Haryana के में खतरनाक होने लगा Dengue का डंक, इस जिले में अब तक सामने आए 58 मामले

Edited By Manisha rana, Updated: 23 Oct, 2024 07:47 AM

dengue sting is becoming dangerous in this district of haryana

जींद में डेंगू का डंक खतरनाक साबित होने लगा है। मंगलवार को डेंगू के 3 नए मामले सामने आए। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सर्वे कर बीमार मिले 19 लोगों के खून के सैंपल लिए।

जींद : जींद में डेंगू का डंक खतरनाक साबित होने लगा है। मंगलवार को डेंगू के 3 नए मामले सामने आए। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सर्वे कर बीमार मिले 19 लोगों के खून के सैंपल लिए। मौसम में बदलाव के चलते अक्तूबर और नवम्बर महीने में डेंगू रफ्तार पकड़ता है। शहर में डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। मंगलवार को सफीदों के वार्ड-7 में 18 वर्ष के युवक, जींद में सैनी मोहल्ला निवासी 19 साल की युवती और संत नगर में 29 वर्षीय व्यक्ति को डेंगू की पुष्टि हुई।

डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. रमेश पांचाल ने कहा कि जींद में डेंगू को लेकर स्थिति नियंत्रण में है। जहां पर भी डेंगू के मरीज मिल रहे हैं, उस एरिया में स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजकर आस-पास सर्वे करवाया जाता है। डेंगू का लारवा मिलने पर इसे स्वास्थ्य कर्मी अपनी देख-रेख में नष्ट करवाते हैं। जींद मे बढ़ते डेंगू व मलेरिया के मामलों के मद्देनजर हाऊसिंग बोर्ड, सैनी मौहल्ला, रूप नगर, सन्त नगर सहित दर्जन भर कालोनियों में डेंगू व मलेरिया के बचाव की जानकारी देने के लिए जागरूकता अभियान चलाया। सिविल सर्जन डा. गोपाल गोयल व उप सिविल सर्जन डाॅ. रमेश पांचाल ने बताया कि जागरूकता अभियान में  19 बुखार से पीड़ित लोगों के रक्त के नमूने लेकर जांच के लिए भिजवाए। स्वास्थ्य निरीक्षक राममेहर वर्मा की अगुवाई में स्वास्थ्य कर्मचारियों ने वर्तमान मौसम में होने वाली बीमारियों से बचाव की जानकारी देकर जागरूक किया। 

स्वास्थ्य कर्मचारियों ने घर-घर जाकर लोगों को बताया कि वर्तमान मौसम डेंगू व मलेरिया के मच्छरों के लिए अनुकूल होने से डेंगू रोग के ज्यादा फैलने की आंशका रहती है, इसलिए प्रत्येक व्यक्ति यदि थोड़ी सी सावधानी करके अपने घर तथा आस-पास की सफाई करते हुए गड्ढों, खाली पड़े टायरों व गमलों आदि में गंदा पानी खड़ा नहीं होने दें। पानी के बर्तनों को ढक कर रखें, सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें, सप्ताह में एक बार कूलर, फूलदान, पशु व पक्षियों के पानी के बर्तनों तथा हौदी को सुखाकर ही भरें तो डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया के अलावा डायरिया, हैजा व पीलिया जैसी भयानक बीमारी से लोगों को बचाया जा सकता है। उन्होंने लोगो को बताया कि यदि सर्दी व कंपन के साथ तेज बुखार, उल्टियां लगने, गर्मी लगने, बुखार एक दिन छोड़कर दूसरे दिन आने, उल्टी दस्त होने, शरीर में कमजोरी आने पर मरीज को तुरन्त अपने आस-पास के स्वास्थ्य केन्द्र या स्वास्थ्य कार्यकर्त्ता के पास ले जाकर खून की जांच करवाने के उपरान्त ही इलाज लेना चाहिए। 

अब तक सामने आ चुके 58 मामले : राममेहर वर्मा
स्वास्थ्य निरीक्षक राममेहर वर्मा ने कहा कि इस साल अब तक डेंगू के 58 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि मलेरिया के 4 केस मिल चुके हैं। अकेले जींद शहर में  ही 20 डेंगू व 1 मलेरिया का मामला सामने आ चुका है। आज चलाए गए अभियान में मुख्य रूप से स्वास्थ्य कर्मी पवन कुमार, दिनेश, देवेन्द्र, जगदीप, ओमप्रकाश, मनफूल, अमरजीत, राजरानी, सीता, नीलम, रानी, राधा रानी, मन्जू, शीला, रानी, मुकेश कुमारी, पूनम सुमन, दर्शना, सूरजमुखी, उर्मिला, मुकेश, सविता, आरती, अन्जू, सोनिया आदि शामिल रहे।

(पंजाब केसरी हरियाणा की खबरें अब क्लिक में Whatsapp एवं Telegram पर जुड़ने के लिए लाल रंग पर क्लिक करें)

 

Related Story

Trending Topics

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!