Edited By Isha, Updated: 12 Nov, 2024 03:57 PM
प्रदेशभर में लगातार डेंगू के मामले बढ़ते नजर आ रहे हैं वहीं महेंद्रगढ़ जिले की बात करें तो स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अब तक तकरीबन 65 डेंगू के मामले सामने आ चुके हैं। पंचकूला में 1233, हिसार में 475, करनाल में 357, सोनीपत में 310, रेवाड़ी में
हरियाणा डेस्क: प्रदेशभर में लगातार डेंगू के मामले बढ़ते नजर आ रहे हैं वहीं महेंद्रगढ़ जिले की बात करें तो स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अब तक तकरीबन 65 डेंगू के मामले सामने आ चुके हैं। पंचकूला में 1233, हिसार में 475, करनाल में 357, सोनीपत में 310, रेवाड़ी में 275, पानीपत में 260, कुरुक्षेत्र में 213, गुरुग्राम में 179, सिरसा में 172 डेंगू के केस सामने आ चुके हैं। फरीदाबाद, रोहतक, अंबाला और यमुनानगर में 100 से 150 केस सामने आए है। सिरसा, सिरसा सहित कई जिलों में डेंगू के प्रभाव सेहुई मौत के मामले भी सामने आए हैं।
कुछ जिलों में तो हालात इस कदर बिगड़ते जा रहे हैं कि लोग भय में जी रहे हैं। सैंपलिंग की व्यवस्था नहीं होने के कारण लोगों कोपरेशानी हो रही है। अभी तक का स्थायी निराकरण नहीं निकाला जा सका है। प्रदेश में बढ़ रहे डेंगू और वायरल बुखार के केसों के मद्देनजर अब प्रदेश की सियासत का पारा भी हाई हो गया। विपक्ष के नेताओंकी ओर से लगातार सरकार पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
इसी कड़ी में सोमवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सिरसा की सांसद कुमारीसैलजा ने भी डेंगू के बढ़ते केसों पर सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि भाजपासरकार अभी तक सत्ता के मद में ही चूर है। उसे जन कल्याण से कोई लेना-देना नहीं है। प्रदेश में एक ओर जहां लोग बदलते मौसम में वायरस, टाइफाइड की चपेट में आ रहे हैं, वहीं डेंगू तेजी से पांव पसार रहा है।
कई लोगों की जान भी ले चुका है। सरकार केवल कागजों पर ही काम कर रही है। अभी तक फॉगिंग का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू नहीं किया गया है। प्रभावशाली व्यक्तियों की कॉलोनी में ही फॉगिंग की गई है। अगर सरकार ने डेंगू की रोकथाम के लिए कोई उचित कदम नहीं उठाया तो प्रदेश में भयावह स्थिति पैदा हो सकती है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एक-दूसरे को आदेश देने में लगे हुए हैं। अधिकारी फॉगिंग का आदेश देते हैं।
कर्मचारी रिपोर्ट भेजते हैं कि कई-कई बार फॉगिंग करा दी गई, लेकिन धरातल पर ऐसा कुछ नहीं दिख रहा। फॉगिंग कागजों में की जा रही है। राज्य में फॉगिंग का परिणाम वर्तमान स्थिति के हिसाब से मेल नहीं खा रहा है। राज्य में जिस तरह से डेंगू केकेस बढ़ रहे हैं, उसके मुकाबले फॉगिंग कम हो रही है।