Edited By Isha, Updated: 02 Aug, 2022 04:37 PM
जिले में पिछले एक पखवाड़े से हुई बरसात के कारण हजारों एकड़ फसल नष्ट हो गई है। हालात यह रहे कि पिछले 3 दिन हुई लगातार बरसात से खेतों में अभी तक पानी खड़ा है। जिले में नरमा बाजरा, ग्वार और मूंगफली की फसल जलभराव की चपेट में आ गई है
फतेहाबाद( रमेश कुमार ): जिले में पिछले एक पखवाड़े से हुई बरसात के कारण हजारों एकड़ फसल नष्ट हो गई है। हालात यह रहे कि पिछले 3 दिन हुई लगातार बरसात से खेतों में अभी तक पानी खड़ा है। जिले में नरमा बाजरा, ग्वार और मूंगफली की फसल जलभराव की चपेट में आ गई है। इससे निराश किसानों ने अब नरमा की फसलें उखाड़ कर धान की रोपाई करने का मन बनाया है।
फतेहाबाद के गांव काजलहेडी और ठुईयां के किसानों ने सरकार और प्रशासन से जलभराव प्रभावित खेतों का मुआयना कर उन्हें मुआवजा देने की मांग की है। आंकड़े के अनुसार जिले के 20 गांव में 15 हजार एकड़ में नरमा बाजरा और ज्वार की फसल प्रभावित हुई है। कई गांव में अभी भी पानी देखने को मिल सकता है।मंगलवार गांव किरधान, बनावाली, बडोपल कुम्हारिया,भट्टू इलाके सहित कई गांवों के किसान डीसी से गुहार लगाने लघु सचिवालय पहुंचे।
ग्रामीण सतपाल गोदारा का कहना है कि बरसात अधिक होने के कारण उनके खेतों में कई फुट पानी जमा होने से फसलें चौपट हो गई हैं। जिससे उनकी मेहनत तो खराब हुई ही साथ में काफी खर्च भी हुआ है। जिसका उन्हें मुआवजा दिया जाए। इसके अलावा ढाणियों में भी जलभराव होने से लोगों को काफी परेशानी हुई। ढाणियों में बने मकानों में दरारें आने से मकान गिरने के खतरा बन गया है। इसलिए ढाणियों और खेतों का मुआयना कर मुआवजा दिया जाए।