भिवानी में CM खट्टर का जन संवाद कार्यक्रम होगा खास, कुछ इस अंदाज में सुनेंगे जनता की समस्याएं

Edited By Manisha rana, Updated: 01 Apr, 2023 10:20 AM

cm khattar s public dialogue program will be special in bhiwani

हरियाणा के अंदर लालों की राजनीति में मुख्यमंत्री मनोहर लाल जनसंवाद कार्यक्रम के माध्यम से एक नई पहल करने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल से पहले हरियाणा...

चंडीगढ़ (धरणी) : हरियाणा के अंदर लालों की राजनीति में मुख्यमंत्री मनोहर लाल जनसंवाद कार्यक्रम के माध्यम से एक नई पहल करने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल से पहले हरियाणा के बंसीलाल, देवीलाल व भजनलाल मुख्यमंत्री रह चुके हैं। हरियाणा में राजनैतिक दशा व दिशा बदलने वाले भिवानी में मनोहर लाल नया राजनैतिक इतिहास रचने जा रहे हैं। लालों की राजनीति में मनोहर लाल का जन संवाद एक मील पथर साबित होगा। आम जनता में बैठ उनकी समस्यों को सुनना व निवारण करना एक जबरदस्त पहल है। राजनैतिक दुर्भावनाओं का शिकार नया भिवानी विकास की रफ्तार पकड़ेगा। हरियाणा के इस चौथे लाल ने अपनी दूसरी पारी के पहले दो साल जहां कोरोना महामारी से शिकार पूरे विश्व के कार्यकाल के रूप में काटे। अब जन संवाद के माध्यम से लोगों से जहां सीधा संपर्क रखा जाएगा, वहीं लोगों में नए उत्साह वर्धन का कार्य भी करेगा।

वहीं लोकसभा चुनावों के अंदर अजय चौटाला, सुरेंद्र सिंह व कुलदीप बिश्नोई जैसे धुरंधरों द्वारा यहां चुनाव लड़े जाने के कारण राजनैतिक रूप से खास पहचान रखता है। दो से चार अप्रैल को प्रस्तावित जन-संवाद कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री हरियाणा के 22 जिलों में जन संवाद कार्यक्रम करेंगे। मनोहर लाल आमजन की समस्याएं जानने व उनका समाधान करने के साथ-साथ खेतों में जल भराव की समस्या से निजात के लिए किए जा रहे कार्यों की न केवल जानकारी ले सकते हैं बल्कि मौके पर जाकर निरीक्षण भी कर सकते हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री के दौरे से बाढ़ राहत के लिए किए जा रहे कार्यों को और तेज गति मिलेगी।

उल्लेखनीय है कि कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल द्वारा हाल ही में जिले के लो-लाईन क्षेत्र के खेतों से जलभराव की समस्या से निजात के लिए करीब 80 करोड़ रुपए की राशि मंजूर करवाई गई है, जिसमें जिले में यमुना जल सेवाएं परिमंडल के तहत आने वाले गांवों में लगभग 48 करोड़ रुपए स्वीकृत हैं तथा शेष राशि लोहारू जल सेवाएं मंडल द्वारा उसके क्षेत्र में आने वाले खेतों से पानी निकासी में खर्च की जाएगी। जलभराव वाले अधिकांश गांव लगभग उसी क्षेत्र में हैं, जहां पर मुख्यमंत्री का जन-संवाद कार्यक्रम प्रस्तावित है।

मनोहर लाल का दो से चार अप्रैल तक हल्का बवानीखेड़ा, तोशाम व भिवानी में दौरा प्रस्तावित है। अभी तक प्रस्तावित कार्यक्रम अनुसार मुख्यमंत्री गांव खरक, कलिंगा, चांग, भिवानी शहर, बवानीखेड़ा कस्बा, धनाना, बलियाली, बापोड़ा, दिनोद, तोशाम, संडवा व कैरू में जाएंगे। इसके अलावा गांव तिगड़ाना को भी जन संवाद कार्यक्रम में शामिल किया गया है। इस दौरान मुख्यमंत्री जन-संवाद कर ग्रामीणों की समस्याएं सुनेंगे और उनका मौके पर ही समाधान करेंगे। गांव खरक, कलिंगा, धनाना व तिगड़ाना में जन-संवाद कार्यक्रमों के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा संबंधित विभागों के जिलाधिकारियों से बाढ़ राहत कार्यों की मौके पर ही समीक्षा किए जाने की पूरी-पूरी संभावना है, जिसको लेकर उपायुक्त नरेश नरवाल द्वारा भी सिंचाई विभाग के अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए जा चुके हैं।

सीएम खट्टर ने अभी हाल ही में खेतों से बरसाती पानीप की समस्या का स्थाई समाधान हेतू जिले के लिए 80 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की है। जिसमें लोहारू जल सेवाएं परिमंडल के लिए करीब 27 करोड़ 64 लाख रुपए शामिल हैं। शेष राशि यमुना जल सेवाएं परिमंडल के लिए मंजूर की गई है। इस योजना में सीधे तौर पर 13 गांवों की 21 हजार 985 एकड़ खेती योग्य भूमि को बाढ़ मुक्त बनाया जाएगा, जिससे किसानों को सीधा लाभ होगा। गांवों में जमा होने वाले बरसाती पानी को पाईप लाईन के माध्यम से नजदीकी ड्रेन में डाला जाएगा।

बता दें कि गांव खरक खुर्द क्षेत्र की करीब 2500 एकड़ खेती योग्य भूमि को बाढ़ मुक्त बनाने के लिए एक करोड़ 24 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। गांव चांग क्षेत्र की करीब 2917 एकड़ खेती योग्य भूमि को बाढ मुक्त बनाने के लिए तीन करोड़ 33 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। खरक, कलिंगा, बोंद, नीमड़ी, जयश्री आदि गांवों की 2917 खेती योग्य भूमि को बाढ़ मुक्त बनाने के लिए एक करोड़ 12 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। गांव कलिंगा, सैय, रिवोड़ी खेड़ा, कालुवास, पाजू और सिंघानी की करीब 13 हजार 651 एकड़ खेती योग्य भूमि से बारिश की निकासी पर 21 करोड़ 95 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। इसी प्रकार से गांव सिंघानी और गांव पाजू में बड़े तालाबों का निर्माण करवाया जाएगा।

यमुना जल सेवाएं परिमंडल के तहत खेतों से पानी की निकासी पर होंगे 48 करोड़ रुपए खर्च जिला में यमुना जल सेवाएं परिमंडल के तहत आने वाले गांवों में लगभग 48 करोड़ रुपए स्वीकृत हैं। सिंचाई विभाग द्वारा मार्च में टेंडर लगा दिए गए हैं। फसल कटने के साथ-साथ इन परियोजनाओं पर काम शुरू कर दिया जाएगा। यमुना जल सेवाएं परिमंडल के तहत करीब पांच हजार एकड़ भूमि से पानी की निकासी का स्थायी प्रबंध किया जाएगा। गांव मुंढाल में करीब 1500 एकड़, मिताथल में करीब 400 एकड़, बडेसरा में करीब 400 एकड़, तिगड़ाना में करीब 300 एकड़, प्रेम नगर में करीब 200 एकड़, सिवाड़ा में करीब 300 एकड़, कुंगड़ में करीब 400 एकड़ तथा गांव तालू की करीब 400 एकड़ भूमि में बरसाती पानी की निकासी प्रबंध किया जाएगा।

विगत वर्ष मंजूर हुआ यह प्रोजेक्ट अब 30 जून को पूरा होने वाला है। सिंचाई विभाग द्वारा ऐसे आधा दर्जन से अधिक गांवों की करीब 2500 एकड़ भूमि से बरसात से जमा होने वाले पानी की स्थायी निकासी का प्रबंध किया जा रहा है, जो कि विगत वर्ष मंजूर हुआ था। इस कार्य पर विभाग के लगभग साढ़े 17 करोड़ रुपए खर्च होंगे। मानसून के दौरान भिवानी के साथ लगते गांव घुसकानी में करीब 150 एकड़, मिताथल में लगभग 500 एकड़, मुंढाल में सवा सौ एकड़, गुजरानी में 200 एकड़ से अधिक, लोहारी जाटू में 400 एकड़ से भी अधिक और तिगड़ी में भी 700 से भी अधिक एकड़ में जलभराव हो जाता है।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल मुड़ो व खाट पर बैठकर जन समस्याओं को सुनेंगे। कार्यकर्ताओं के घरों में जाएंगे व नाश्ता, लंच, रात्रि भोज करेंगे। भिवानी लोकसभा जिसकी उपेक्षा पूर्व कांग्रेस सरकार में होती रही क्योंकि किरण चौधरी वहां से है। तत्कालीन कांग्रेस के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने वहां विकास कार्य नहीं करवाए। विकास कार्यों को गति मिलेगी। ग्रामीण आँचल के सभी प्रमुख गावों में पहुंचने का प्रयास मुख्यमंत्री का है। 

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)


 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!