Edited By Isha, Updated: 08 Feb, 2025 06:02 PM
![amazing work done by haryana leaders in delhi](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_13_20_308346563bjp-ll.jpg)
करीब चार माह पहले हरियाणा में जीत की हैट्रिक लगाने वाली भारतीय जनता पार्टी ने ढाई दशक बाद दिल्ली की राजनीति में वापसी की है। दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी को मिली जीत में सबसे अहम भूमिका हरिया
चंडीगढ़(चंद्र शेखर धरणी ) : करीब चार माह पहले हरियाणा में जीत की हैट्रिक लगाने वाली भारतीय जनता पार्टी ने ढाई दशक बाद दिल्ली की राजनीति में वापसी की है। दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी को मिली जीत में सबसे अहम भूमिका हरियाणा के नेताओं की रही है। दिल्ली में भले ही दूसरे राज्यों के नेताओं ने प्रचार किया लेकिन सबसे अधिक चुनावी रैलियां हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने की।हरियाणा भाजपा के 28 नेताओं ने दिल्ली के 32 विधानसभा हलकों में बतौर प्रभारी तथा संयोजक की भूमिका में काम किया। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने दिल्ली में रोजाना चार से पांच जनसभाएं की।
केंद्रीय ऊर्जा एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और भाजपा के राष्टीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़ के नेतृत्व में हरियाणा के नेताओं ने दिल्ली के आवंटित विधानसभा क्षेत्रों में मोर्चा संभाला। दिल्ली में मतदान से एक सप्ताह पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री व हरियाणा के अन्य मंत्रियों ने दिल्ली में सर्वाधिक समय दिया।
कैबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी को भाजपा ने दिल्ली के चुनाव में हरियाणा के नेताओं के प्रवास कार्यक्रम का संयोजक बनाया था। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर, कैबिनेट मंत्री महिपाल ढांडा, असीम गोयल, ओमप्रकाश धनखड़, कंवरपाल गुर्जर, जेपी दलाल, सुभाष सुधा, डा. कमल गुप्ता, कैप्टन अभिमन्यु, सुभाष बराला, किरण चौधरी, संजय भाटिया, डा. बनवारी लाल, विशंभर वाल्मीकि, संजय सिंह, मनीष ग्रोुवर, ओमप्रकाश यादव, कमलेश ढांडा, डा. अभय सिंह यादव, सुनीता दुग्गल, रामचंद्र जांगड़ा, सीमा त्रिखा, गौरव गौतम, ज्ञानचंद गुप्ता, रामबिलास शर्मा, विपुल गोयल, डा. अरविंद शर्मा और राजेश नागर ने भी दिल्ली में प्रचार किया।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जब हरियाणा पर यमुना के पानी में जहर मिलाने का आरोप लगाया तो हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी खुद फ्रंट पर आए और केजरीवाल के आरोपों का जवाब दिया। केजरीवाल द्वारा हरियाणा पर पानी में जहर मिलाने के आरोपों के बाद हरियाणा से सटे दिल्ली के इलाकों में रहने वाले लोग आम आदमी पार्टी के विरोध में खड़े हो गए। दिल्ली के चुनाव में यमुना का पानी सबसे बड़ा मुद्दा बनकर उभरा। इस मुद्दे को हरियाणा भाजपा के नेताओं ने जमकर उठाया और आम आदमी पार्टी को घेरा।