Edited By Isha, Updated: 14 Mar, 2025 05:04 PM

पूर्व की हुड्डा सरकार के समय सोनीपत शहर में बनाए गए फ्लाईओवर का डिजाइन गलत तरीके से किया गया। इस फ्लाईओवर की वजह से शहर दो हिस्सों में बंट गया है। अब सरकार इस फ्लाईओवर के एक पार्ट की
चंडीगढ़: पूर्व की हुड्डा सरकार के समय सोनीपत शहर में बनाए गए फ्लाईओवर का डिजाइन गलत तरीके से किया गया। इस फ्लाईओवर की वजह से शहर दो हिस्सों में बंट गया है। अब सरकार इस फ्लाईओवर के एक पार्ट की चौड़ाई बढ़ाने की संभावनाएं तलाश रही है। पीडब्ल्यूडी विभाग के चीफ इंजीनियर और एसई स्थानीय विधायक निखिल मदान के साथ मौके का मुआयना करेंगे और चौड़ाई बढ़ाने को लेकर रिपोर्ट तैयार करेंगे।
बृहस्पतिवार को विधानसभा में प्रश्नकाल में निखिल मदान ने गीता भवन चौक से गोहाना ककरोई चौक और मिशन चौक तक के फ्लाईओवर की चौड़ाई का मुद्दा उठाया। पीडब्ल्यूडी मंत्री रणबीर सिंह गंगवा ने कहा कि कांग्रेस सरकार में लगभग 22 करोड़ 66 लाख की लागत से 2011 में इसका निर्माण शुरू हुआ। 2015 में उस समय के पीडब्ल्यूडी मंत्री राव नरबीर सिंह ने इसका उदघाटन किया और उसी दौरान कहा गया था कि पुल का डिजाइन गलत किया गया।
गीता भवन चौक से ककरोई चौक तक फ्लाईओवर डबल लेन का है और मिशन चौक का तीसरा हिस्सा सिंगल लेन का है। ऐसे में लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है। निखिल मदान ने कहा कि उन्होंने इंजीनियर्स से इसका डिजाइन तैयार करवाया है। वहां नगर निगम की 19 दुकानों को अगर री-डिजाइन किया जाए तो इसे भी डबल लेन किया जा सकता है। इस पर कैबिनेट मंत्री ने अधिकारियों की टीम भेजने की बात कही। साथ ही, विधायक को कहा कि वे अपने डिजाइन के बारे में भी विभाग के अधिकारियों से चर्चा करें।