Edited By Mohammad Kumail, Updated: 21 Aug, 2023 07:34 PM
जिले के गांव बहिन निवासी मनमोहन अपने पिता का सपना पूरा करने के लिए 2016 में फौज में भर्ती हुआ था। ड्यूटी करते हुए वीर जवान मनमोहन अपने साथी जवानों के साथ लेह से न्योमा की तरफ जा रहे थे...
होडल (हरिओम भारद्वाज) : जिले के गांव बहिन निवासी मनमोहन अपने पिता का सपना पूरा करने के लिए 2016 में फौज में भर्ती हुआ था। ड्यूटी करते हुए वीर जवान मनमोहन अपने साथी जवानों के साथ लेह से न्योमा की तरफ जा रहे थे। काफिले में 5 गाडियां थीं। तभी अचानक एक गाड़ी जिस गाड़ी में मनमोहन सहित 10 जवान थे वह गाड़ी खाई में खिसक गई और मनमोहन के साथ 9 वीर जवान शहीद हो गए। जिसकी सूचना मिलते ही मनमोहन के गांव बहिन में शोक की लहर दौड़ गई।
बता दें कि शहीद मनमोहन सेना में सिपाही के पद पर तैनात थे। हादसे की सूचना मिलने के बाद गांव बहिन में शोक का माहौल है। शहीद वीर जवान मनमोहन के अंतिम संस्कार गांव में किया गया। जिसके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए हजारों की संख्या में लोगों का तांता लगा रहा। वही अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए पूरा जिला प्रशासन व नेता मौजूद रहे।

बता दें कि मनमोहन के पार्थिव शरीर गांव आते ही सभी की आखें छलक पड़ीं। लोगों ने बताया कि मनमोहन 12 कक्षा तक पढ़े थे, फिर 2016 में सेना में भर्ती हुए और फिर उनकी शादी हुई। अब उनका एक साल का बेटा है और तीन बहनें हैं। मनमोहन अपने माता-पिता का अकेला बेटा था। लोगों ने बताया मनमोहन की खेल में भी काफी रुचि थी।

सोमवार को गांव में अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार से पहले सभी ग्राम वासी, नेताओं व प्रशासन ने श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने सरकार से मांग की है कि अब उनके परिवार में कमाने वाला कोई नहीं है। इसलिए सरकार को मनमोहन की पत्नी को नौकरी देनी चाहिए। इस मौके पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान, पूर्व मंत्री हर्ष कुमार, केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुज्जर सहित हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे।
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