Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 06 Jun, 2024 05:37 PM
अकादमिक उत्कृष्टता की दिशा में प्रयास करते हुए, लिंग्याज़ ललिता देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड साइंसेज़ के आईक्यूएसी सेल ने अकादमिक दिग्गजों के साथ आगामी सत्र के लिए एक रोडमैप तैयार करने के लिए अकादमिक उत्कृष्टता बैठक, विज़न 2024-2025 का आयोजन किया।
गुड़गांव, ब्यूरो : अकादमिक उत्कृष्टता की दिशा में प्रयास करते हुए, लिंग्याज़ ललिता देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड साइंसेज़ के आईक्यूएसी सेल ने अकादमिक दिग्गजों के साथ आगामी सत्र के लिए एक रोडमैप तैयार करने के लिए अकादमिक उत्कृष्टता बैठक, विज़न 2024-2025 का आयोजन किया। अकादमिक सलाहकार विभिन्न विषयों में पारंगत थे और सत्र की अध्यक्षता कर रहे थे। सुनीता गड्डे (सचिव - लिंग्याज़ समूह) और अमिता कुमार, सलाहकार, एलएलडीआईएमएस, ने सत्र की शोभा बढ़ाई।
कार्यशाला ने एलएलडीआईएमएस शिक्षाविदों को शिक्षा क्षेत्र में हो रहे बदलावों और संभावित सुधार के क्षेत्रों की पहचान करने का एक अनूठा मौका प्रदान किया। अकादमिक गुरुओं के साथ बैठक का उद्देश्य जो सीखा जा चुका है उस ज्ञान में बेहतर संसोधन करते हुए पुनः सीखने में संलग्न होना था। इस कार्यक्रम के अकादमिक दिग्गज में प्रोफेसर संजीव मित्तल (पूर्व कुलपति संबलपुर विश्वविद्यालय, ओडिशा), प्रो. एच.के. डांगी (प्रोफेसर, वाणिज्य और व्यवसाय विभाग, दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, दिल्ली विश्वविद्यालय), डॉ. दुर्गेश त्रिपाठी (एसोसिएट प्रोफेसर, यूएसएमसी, जीजीएसआईपीयू, राष्ट्रीय समन्वयक 'सोसायटी एंड मीडिया, MOOCs स्वयं), और डॉ. अमित आहूजा (एसोसिएट प्रोफेसर, स्कूल ऑफ एजुकेशन, जीजीएसआईपीयू) शामिल थे। डॉ. प्रवीण रंजन श्रीवास्तव (एसोसिएट प्रोफेसर-आईटी सिस्टम, आईआईएम-रोहतक), और डॉ. अमित कुमार श्रीवास्तव (एसोसिएट प्रोफेसर-रणनीति और उद्यमिता) आईआईएम-बोधगया) ऑनलाइन माध्यम से उपस्थित थे।
प्रोफेसर (डॉ.) प्रणव मिश्रा, निदेशक एलएलडीआईएमएस ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और सभी अकादमिक दिग्गजों का सदस्यों से परिचय कराया। सत्र की शुरुआत सभी विभागाध्यक्षों की विभागीय प्रस्तुति के साथ हुई जिसमें सभी विभागाध्यक्षों ने अपने एक साल के काम का ब्यौरा दिया और सुझावों को आमंत्रित किया। सभी सुझावों को बेहद ध्यानपूर्वक सुना और समझा गया और आने वाले वर्षों के लिए रोडमैप तैयार करने के लिए उत्प्रेरक माना गया। प्रो. (डॉ.) प्रणव मिश्रा ने इस शैक्षणिक प्रयास में हितधारक बनने के लिए सभी गुरुओं और अपने सहयोगियों को बधाई दी।