Edited By Updated: 10 May, 2016 02:20 PM

आप भी अगर डे केयर के सहारे अपने मासूम को छोड़कर नौकरी पेशा करने में मशगूल है तो ये खबर आपके लिए बेहद अहम है।
गुड़गांव (राशि मनचंदा): आप भी अगर डे केयर के सहारे अपने मासूम को छोड़कर नौकरी पेशा करने में मशगूल है तो ये खबर आपके लिए बेहद अहम है।
दरअसल, मोटी रकम लेने के बावजूद भी डे केयर में आपके लाडले या लाडली के साथ कैसा सलूक होता है इसका नमूना हम आपको दिखाने जा रहे हैं। गौर से देखिए इस 3 वर्षीय मासूम को इसे ये भी नहीं पता है कि सच और झूठ क्या होता है। ये बच्ची इस बात से अंजान है कि 2-2 सर्जरी होने के बावजूद भी इस मासूम का अंगूठा अभी पूरी तरह से जुड़ नहीं पाया है। आगे की कहानी आपको बताएं इससे पहले आपको इस बच्ची की कहानी इसी के जुबान से सुनवाते हैं।
गुड़गांव के सेक्टर 56-इलाके में CHERUB Angels डे केयर में ये मासूम पढ़ती है। साइबर हब में काम करने वाली इस मासूम की मां आए दिन अपनी बेटी को इस डे केयर के सहारे छोड़कर नौकरी पर जाती है। 28 अप्रैल को भी इस मासूम को इसकी मां शिवानी शर्मा 12 बजे डे केयर में छोड़कर गई थी। करीब 1 बजे शिवानी शर्मा को डे केयर से सूचना मिली कि उसकी मासूम बेटी मारिया का अंगूठा दरवाजे में आकर कट गया है। शिवानी ने लंदन में रह रहे अपने पति को इस बात की सूचना दी और तत्काल डे केयर पहुंची।
डे केयर जाने पर पीड़िता को पता चला कि उसकी मासूम बेटी को आर्टीमिस अस्पताल में भर्ती कराया गया है, लेकिन बच्ची की हालत नाजुक देखते हुए उसे आनन पानन में मेदांता असपताल में भर्ती कराया गया, जहां 2 सर्जरी होने के बाद मासूम का अंगूठा डॉक्टरों ने जोड़ने का प्रयास किया है।
डे केयर की लापरवाही के खिलाफ शिवानी शर्मा ने सोशल साइट्स पर भी मुहिम छेड़ दिया है। शिवानी शर्मा ऐसे डे केयरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई चाहती है जो मोटी रकम लेने के बाद भी उचित देखभाल का महज आश्वासन देते हैं। हकीकत में डे केयर भी देखभाल करने के बजाय खानापूर्ती में लगे रहते हैं। ऐसे में देखना होगा कि प्रशासन ऐसे डे-केयरों के खिलाफ क्या कार्रवाई करता है।