Edited By Isha, Updated: 14 Aug, 2019 10:44 AM
अपने समर्थक विधायकों के दबाव पर रोहतक में महारैली का ऐलान कर चुके पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद अपनी रणनीति तय करेंगे। विश्वसनीय
फरीदाबाद (महावीर) : अपने समर्थक विधायकों के दबाव पर रोहतक में महारैली का ऐलान कर चुके पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद अपनी रणनीति तय करेंगे। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार सोनिया गांधी के अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा सोनिया गांधी से मिले बगैर कोई निर्णय लेना नहीं चाहते हैं। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद के साथ हुड्डा की मीटिंग हो चुकी है और जल्द ही सोनिया गांधी से हुड्डा की मीटिंग होनी है। मीटिंग के बाद हुड्डा तय करेंगे कि हरियाणा में उन्हें आगे कैसे बढऩा है सूत्रों की मानें तो हाईकमान हुड्डा को कांग्रेस से अलग होने नहीं देगा और कोई न कोई रास्ता निकालकर उन्हे रोक लेगा। भूपेंद्र हुड्डा
लगातार प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर को बदलने की बात करते रहे हैं। इतना ही नहीं 13 विधायकों के गुट को लीड करने वाले हुड्डा पर उनके समर्थक विधायकों का भी नेतृत्व परिवर्तन के लिए काफी दबाव रहा है। यही कारण है कि न चाहते हुए भी हुड्डा को 18 अगस्त की रोहतक महारैली का ऐलान करना पड़ा। इससे पूर्व रोहतक में कार्यकत्र्ताओं का एक बड़ा सम्मेलन बुलाकर भी वह अपनी ताकत का अहसास करा चुके हैं लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा इस्तीफा दिए जाने से हरियाणा को लेकर कोई निर्णय नहीं हुआ। 10 अगस्त को आलाकमान ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में सोनिया गांधी को सर्वसम्मति से अंतरिम अध्यक्ष घोषित कर दिया। राष्ट्रीय स्तर पर अध्यक्ष की नियुक्ति होने से हुड्डा पुन: हाईकमान की शरण में पहुंच गए हैं।
माना जा रहा है कि सोनिया गांधी के साथ हुड्डा की मीटिंग काफी अहम रहने वाली है। मीटिंग से पूर्व जहां हाईकमान हुड्डा को न जाने देने का मन बना चुका है वहीं हुड्डा भी पार्टी में ही रहकर राजनीति करने का मन बनाए हुए हैं। हालांकि इस मामले में आधिकारिक तौर पर कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं लेकिन सूत्रों के अनुसार भूपेंद्र सिंह हुड्डा व सोनिया गांधी के बीच होने वाली बैठक में काफी चीजों का समाधान हो जाएगा।