Edited By Isha, Updated: 20 Jun, 2024 06:15 PM
उत्तर प्रदेश के लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन की शानदार जीत के बाद अब समाजवादी पार्टी की नजरें अब आने वाले महीनों में हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों पर आ टिकी है। दरअसल समाजवादी
चंडीगढ़(चंद्र शेखर धरणी): उत्तर प्रदेश के लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन की शानदार जीत के बाद अब समाजवादी पार्टी की नजरें अब आने वाले महीनों में हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों पर आ टिकी है। दरअसल समाजवादी पार्टी जीत को भूनाने के साथ साथ अपने जनाधार को बाकी राज्यों में भी बढ़ाना चाहती हैं, जिससे पार्टी सिर्फ उत्तर प्रदेश का क्षेत्रीय पार्टी ना रहकर एक राष्ट्रीय पार्टी के तौर पर खुद को स्थापित करना चाहती है।
कांग्रेस सीटें देगी तभी गठबंधन रहेगा जारी- सपा नेता
बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी हरियाणा में मुस्लिम यादव समीकरण वाली करीब बीस सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का दावा करेगी। दरअसल ये बात और पुख्ता तब हुई जब लखनऊ मध्य से समाजवादी पार्टी के विधायक रविदास मेहरोत्रा ने ये स्पष्ट कर दिया कि अगर महाराष्ट्र और हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी समाजवादी पार्टी को सीटें देगी तभी यूपी विधानसभा उपचुनाव में यह गठबंधन जारी रह पाएगा. इतना ही नहीं इस बारे में सपा के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी का भी कहना है कि यूपी में सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन है, लेकिन उपचुनाव में सीटों के मामले में कोई भी निर्णय समय आने पर सपा नेतृत्व ही लेगा.
कांग्रेस नेतृत्व का होगा फैसला- विधायक बीबी बत्रा
वहीं इंडिया गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी से विधानसभा चुनाव में गठबंधन पर कांग्रेस के विधायक बीबी बत्रा का भी कहना है कि जो फैसला नेतृत्व का होगा उसके अनुसार वो कदम उठाएंगे। आपको बता दें कि हरियाणा के लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस का हरियाणा नेतृत्व सभी सीटों पर चुनाव लड़ना चाहता था लेकिन हाईकमान के आदेश के बाद कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट को इंडिया गठबंधन के तहत आम आदमी पार्टी के साथ शेयर करनी पड़ी थी।
यूपी में बीजेपी पर भारी रहा है इंडिया गठबंधन
वहीं उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को इस लोकसभा चुनाव में गठबंधन का बड़ा फायदा मिला है। साल 2019 में सिर्फ एक सीट पर सिमटने वाली कांग्रेस साल 2024 में सात सीटें जीतने में कामयाब रही हैं और सभी सीटों को कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में लड़ा था, वहीं समाजवादी पार्टी ने 37 सीटें जीती थी। दोनों ही पार्टियों ने गठबंधन करके इस बार बीजेपी को सिर्फ 33 सीटें ही मिल पाई। इसी जीत को देखते हुए अब समाजवादी पार्टी कांग्रेस से हरियाणा में बीस सीटों के करीब डिमांड कर सकती है।