Edited By Isha, Updated: 03 Apr, 2020 01:33 PM
मेरे पति ने जेल में तैनात कर्मचारियों द्वारा प्रताडि़त किया गया था, जिस कारण मेरे पति को तंग आकर आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ा। उक्त आरोप.....
गुहला/चीका (गोयल) : मेरे पति ने जेल में तैनात कर्मचारियों द्वारा प्रताडि़त किया गया था, जिस कारण मेरे पति को तंग आकर आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ा। उक्त आरोप 4 दिन पहले जेल में फंदा लगाकर आत्महत्या करने वाले सुमित कुमार की पत्नी मुकेश रानी ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान लगाए। मुकेश रानी का आरोप है कि मेरे पति सुमित द्वारा आत्महत्या करने से 2-3 दिन पहले फोन पर बात हुई थी जिसमें उन्होंने यही कहा था कि मेरी जमानत जल्दी करवा दो पुलिस मुझे हर रोज पीटती है, ऐसा न हो कि मुझे मजबूरन आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़े।
जानकारी अनुसार चीका नगरपालिका के अधीन पडऩे वाले वार्ड-5 के निवासी सुमित कुमार कैथल जेल में किसी मुकद्दमे के आरोप में बंद थे। लगभग 4 दिन पहले उन्होंने जेल में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पत्नी ने बताया कि वह मामले को मानव अधिकार आयोग और मुख्यमंत्री के संज्ञान में भी लाएगी और इसकी पूरी जांच करवाएंगे। मुकेश रानी ने यह भी बताया कि उसके पति की मौत के बाद उनके परिवार को दो वक्त की रोटी के भी लाले पड़ गए हैं। उसके पास एक लड़का व एक लड़की है।
जेल में फंदा लगाकर आत्महत्या करने वाले सुमित कुमार की बेटी सीमा रानी व बेटा अरुण ने रोते हुए बताया कि मेरे पापा को ऐसा क्या हो गया था कि जो हमें अकेले छोड़ गए और उन्हें आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ा। दोनों बच्चे आज भी अपने पापा को याद कर बिलख-बिलख कर रो रहे हैं।
क्या कहना है जेल सुपरिंटैंडैंट का
इस संबंध में जेल सुपरिंटैंडैंट एस.आर. बिश्नोई से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि सुमित ने खुद फंदा लगाकर आत्महत्या की है। जेल के किसी भी अधिकारी व कर्मचारी ने उनसे कभी भी न तो कोई मारपीट की और न ही ऐसा गलत व्यवहार किया। उसका सगा भाई भी जेल में है जिसने मैजिस्टे्रट के समक्ष यह बयान दिया है कि उसके भाई के साथ कभी कोई मारपीट नहीं की। उसने खुद आत्महत्या की है।