Edited By Manisha rana, Updated: 21 Jul, 2023 06:16 PM

रोहतक के पीजीआईएमएस के यूरोलॉजी विभाग में हर माह ऐसे कई केस आते हैं। इन मरीजों का इलाज ईएसडब्लूएल मशीन से आसान होगा। अब गुर्दे में पथरी वाले मरीजों के लिए राहत भरी खबर है, अब मरीजों को ऑपरेशन की लंबी चीर-फाड़ वाली प्रक्रिया से नहीं गुजरना होगा।
रोहतक (दीपक भारद्वाज) : रोहतक के पीजीआईएमएस के यूरोलॉजी विभाग में हर माह ऐसे कई केस आते हैं। इन मरीजों का इलाज ईएसडब्लूएल मशीन से आसान होगा। अब गुर्दे में पथरी वाले मरीजों के लिए राहत भरी खबर है, अब मरीजों को ऑपरेशन की लंबी चीर-फाड़ वाली प्रक्रिया से नहीं गुजरना होगा। ऐसे मरीजों को अब बगैर बेहोशी और चीर-फाड़ किए ही इलाज किया जाएगा। इसके लिए सरकार ने प्रदेश के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान पीजीआईएमएस को एक्स्ट्राकोर्पोरियल शॉक वेव लिथोट्रिप्सी मशीन उपलब्ध कराई है। इसकी कीमत करीब चार करोड़ रुपये बताई जा रही है।
ऑपरेशन के 2 घंटे बाद ही अपने घर जा सकेगा मरीज
डॉक्टरों की मानें तो गुर्दे में पथरी की गंभीर समस्या है। ऐसे केस लगातार बढ़ रहे हैं। पीजीआईएमएस के यूरोलॉजी विभाग में हर माह ऐसे कई केस आते हैं। इन मरीजों का इलाज ईएसडब्लूएल मशीन से आसान होगा। यह मशीन 45 से 60 मिनट में ऑपरेशन कर डेढ़ सेंटीमीटर तक की पथरी तोड़ने में सक्षम है। यह मशीन 45 से 60 मिनट से पथरी को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ने में समक्ष है। ये टुकड़े यूरीन के रास्ते बाहर निकल जाएंगे। इससे मरीज को ज्यादा परेशानी नहीं होगी। वह ऑपरेशन के दो घंटे बाद ही अपने घर जा सकेगा।
वहीं गुर्दे में पथरी का ऑपरेशन करवाकर तुरंत बाहर आई महिला का कहना है कि मुझको किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं हुई और ना ही कोई चीर-फाड़ की गई। मेरी 14 एम एम की पथरी थी, अब ऑपरेशन करवाया है और बिल्कुल ठीक हूं। साथ ही उनके साथ आए पति का कहना है पथरी से डरने की जरूरत नहीं है या बिना चीर-फाड़ के और मुफ्त इलाज किया जा रहा है।
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