Ambala: छावनी में नहीं रहेगी बिजली की किल्लत, मिल रही है बड़ी सौगात...जानिए क्या है खास

Edited By Isha, Updated: 12 Dec, 2024 01:21 PM

there will be no shortage of electricity in the cantonment ambala

अंबाला छावनी में अब बिजली की किल्लत नहीं रहेगी और 66 केवी के सब स्टेशन लोगों की लाइफ लाइन बनेंगे जोकि एक बहुत बड़ी सौगात होगी। हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन व श्रम मंत्री अनिल विज ने अंबाला छावनी के आईओसी डिपो

अंबाला: अंबाला छावनी में अब बिजली की किल्लत नहीं रहेगी और 66 केवी के सब स्टेशन लोगों की लाइफ लाइन बनेंगे जोकि एक बहुत बड़ी सौगात होगी। हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन व श्रम मंत्री अनिल विज ने अंबाला छावनी के आईओसी डिपो के पास 66 केवी सबस्टेशन आईओसी की क्षमता वृद्धि का लोकार्पण किया ताकि जनता को फायदा मिले। 

इस मौके पर उन्होंने कहा कि सबस्टेशन में तेपला से सीधे दो सर्किट आए हैं। इनमें एक 12 क्राॅस रोड और दूसरा आईओसी सब स्टेशन में आया है। इन दोनों सर्किट को आपस में जोड़ा गया है ताकि एक लाइन खराब हो जाए तो दूसरी तरफ से बिजली की आपूर्ति जा सके। पहले एक सब स्टेशन की लाइट बंद होने से बैकअप नहीं होता था, मगर अब हमारे पास बैकअप होगा।

सब स्टेशन की क्षमता बढ़ने व लाइनों से सुदृढ़ होने से अंबाला छावनी के 40 क्षेत्रों के 22 हजार से अधिक उपभोक्ताओं को फायदा होगा। इसमें सिविल अस्पताल, पीएंडटी कॉलोनी, शिवाला मंडी, दूधला मंडी, गुलाब मंडी, सुंदर नगर, चंदर पुरी, डीआरएम कॉम्प्लेक्स, रेलवे कॉलोनी, बीडी फ्लोर मील के पीछे का क्षेत्र, शास्त्री कॉलोनी, बंधु नगर, नन्हेड़ा, रंगिया मंडी, नन्हेड़ा रोड, आनंद विहार, विद्या नगर, कुम्हार मंडी, चैन मंडी, कच्चा बाजार, पुलिस क्वार्टर, राम बाग रोड, राम कृष्ण कॉलोनी, मुडा मंडी के अलावा कई गांवों के ट्यूबवेलों की बिजली आपूर्ति में सुधार होगा।
 
बिजली का लोड सरप्लस होगा। किसी कालोनी या मोहल्ले में अतिरिक्त लोड लेने की समस्या नहीं होगी। बिजली आपूर्ति की गुणवत्ता में सुधार होगा। बिजली आपूर्ति निर्बाध निरंतर होगी। फाल्ट कम होंगे। पहले लाइनें फेल हो जाती थी। मगर अब 66 केवी की इनपुट सप्लाई निरंतर बनी रहेगी।

Related Story

Trending Topics

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!