Edited By vinod kumar, Updated: 27 Apr, 2020 05:10 PM

हरियाणा के चरखी दादरी का एक युवक करीब तीन माह पूर्व मुम्बई में एक फिल्म का ऑडिशन देने गया था। कोरोना वायरस के चलते देशभर में लॉकडाउन लगा तो वहीं फंस गया। घर से फोन आया कि मां गंभीर रूप से बीमार है। ऐसे में घर लौटने की काफी कोशिश की, लेकिन घर आने का...
चरखी दादरी(नरेंद्र): हरियाणा के चरखी दादरी का एक युवक करीब तीन माह पूर्व मुम्बई में एक फिल्म का ऑडिशन देने गया था। कोरोना वायरस के चलते देशभर में लॉकडाउन लगा तो वहीं फंस गया। घर से फोन आया कि मां गंभीर रूप से बीमार है। ऐसे में घर लौटने की काफी कोशिश की, लेकिन घर आने का कोई प्रबंध नहीं हुआ।
इसी बीच ओएलएक्स से पुरानी साइकिल खरीदकर उसी पर मां से मिलने की चाह में घर की ओर चल दिया। रास्ते में कई समस्याएं सामने आई बावजूद इसके मां से मिलने का जज्बा लिए आगे बढ़ता गया। आखिरकार कई मुश्किलों से गुजरते हुए 1400 किलोमीटर का सफर तय करते हुए 16वें दिन वह दादरी पहुंचा।

बड़े बजट की फिल्म में ऑडिशन देने गया था मुम्बई
चरखी दादरी निवासी रंगकर्मी संजय रामफल मुम्बई से चरखी दादरी तक साइकिल पर सफर कर घर पहुंचा है। हालांकि संजय ने दादरी में आते ही सिविल अस्पताल में अपना चैकअप करवाया। इस दौरान चिकित्सकों ने उसे 14 दिन के लिए होम क्वारंटाइन में रहने की सलाह दी है। अस्पताल से संजय सीधे अपने घर पहुंचा और मां से मिलकर मन को शांति मिली।
रंगकर्मी संजय ने बताया कि वह तीन माह पूर्व एक बड़े बजट की फिल्म का आडिशन देने के लिए मुंबई गया था। फाइनल ऑडिशन होने के बाद जब उसे घर आना था तो देश में लॉकडाउन लग गया। ऐसे में ट्रेन तथा फ्लाइट सेवाएं बंद हुई तो उसे काफी परेशानियां हुई। उधर, घर से फोन गया कि मां बीमार है। मां से मिलने के लिए उसने किसी भी तरह दादरी आने की ठानी।

ओएलएक्स से खरीदी पुरानी साइकिल
संजय रामफल ने बताया कि लॉकडाउन के चलते बाजार बंद थे तो उसने ओएलएक्स के माध्यम से मुंबई में ही एक पुरानी साइकिल खरीदी तथा बीती 11 अप्रैल को मुंबई से दादरी के लिए निकल पड़ा। करीब 1400 किलोमीटर सफर तय करते हुए वह 16वें दिन दादरी पहुंचा।
सफर में आई कई परेशानियां
उन्हाेंने बताया कि हर रोज करीब 80 से 90 किलोमीटर का सफर साइकिल से तय किया। इस बीच उसे पुलिस नाकों के अलावा कई कच्चे रास्तों से होकर आगे बढऩा पड़ा। बीच रास्ते में उसकी साइकिल खराब हो गई तो फिर से एक पुरानी साइकिल खरीदकर दादरी पहुंचा है।