Edited By Yakeen Kumar, Updated: 14 May, 2025 08:42 PM

रेवाड़ी में शादी के 21 दिन बाद दूल्हे की मौत हो गई। मंगलवार शाम को पेट में दर्द होने के बाद परिजनों ने उसे रेवाड़ी के अस्पताल में भर्ती कराया था। इस दौरान डॉक्टरों ने उसका ऑपरेशन भी किया।
रेवाड़ी (महेंद्र भारती) : रेवाड़ी में शादी के 21 दिन बाद दूल्हे की मौत हो गई। मंगलवार शाम को पेट में दर्द होने के बाद परिजनों ने उसे रेवाड़ी के अस्पताल में भर्ती कराया था। इस दौरान डॉक्टरों ने उसका ऑपरेशन भी किया। मगर, उसकी जान नहीं बच सकी। युवक जितेंद्र कुमार गुरुग्राम के कन्हई गांव का रहने वाला है। अपनी शादी की वीडियो में वह परिजनों के साथ डांस करता दिख रहा है। युवक की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार मृतक जितेंद्र कुमार कैब कंपनी उबर में वेंडर के तौर पर कार्य करता था। उसका काम गाड़ियों और ड्राइवरों का कंपनी से अटैच करवाने का रहता था। काफी साल से जितेंद्र उबर के साथ काम कर रहा था। उसकी शादी 21 अप्रैल 2025 को उत्तर प्रदेश के कोसी कला में भठैन गांव की युवती से हुई थी। जितेंद्र अपनी शादी में दोस्तों और परिवार के बच्चों के साथ DJ पर जमकर थिरका था। शादी बड़ी धूमधाम से की गई थी। बताया जा रहा है कि जितेंद्र की पित्त की थैली में पथरी थी। इसके कारण उसके पेट में दर्द हो हुआ था। 13 मई की शाम को जितेंद्र को रेवाड़ी के अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जितेंद्र की बताई नस ब्लॉक
मृतक के चाचा रमेश के मुताबिक, परिवार के 2 लोग पहले भी रेवाड़ी के इस अस्पताल में ऑपरेशन करवा चुके थे। इसके चलते जितेंद्र को भी गुरुग्राम से यहां लाकर भर्ती कराया गया। जब जितेंद्र को हॉस्पिटल में लेकर आए तो डॉक्टरों ने कुछ टेस्ट कराए। टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद डॉक्टरों ने बताया कि जितेंद्र की नस ब्लॉक है, पहले उसका ऑपरेशन करना होगा। साथ ही बताया कि ब्लॉक नस का ऑपरेशन दूसरे अस्पताल में होगा।
डॉक्टरों ने पुराने अस्पताल में किया रेफर
चाचा रमेश ने बताया कि दूसरे अस्पताल में पहुंचने पर वहां के डॉक्टरों ने पहले तो जितेंद्र की रिपोर्ट देखी। फिर फटाफट कुछ और टेस्ट कराए। इसके बाद उसे ऑपरेशन थिएटर में ले गए। करीब डेढ़ घंटे ओटी में ऑपरेशन चला। इसके बाद जितेंद्र को वार्ड में शिफ्ट कर दिया। हमें कहा गया कि कुछ देर में होश आ जाएगा। मगर, काफी देर तक भी जितेंद्र को होश नहीं आया। वार्ड में शिफ्ट होने के बाद भी जितेंद्र को होश नहीं आ रहा था। इस पर सवाल किए तो डॉक्टरों ने उसे पुराने अस्पताल के लिए ही रेफर कर दिया। तुरंत पहले वाले अस्पताल में लेकर पहुंचे और मामले की जानकारी डॉक्टरों को दी। यहां डॉक्टरों ने जितेंद्र को भर्ती कर लिया, लेकिन उसे होश फिर भी नहीं आया।
2 घंटे बाद मृत घोषित किया
चाचा रमेश ने बताया कि अस्पताल में भर्ती किए जाने के बाद जितेंद्र का शरीर ठंडा पड़ने लगा था। इस बारे में डॉक्टरों को बुलाकर देखने के लिए कहा गया। डॉक्टर आए और उसे चेक करके चले गए। इसके बाद भी होश नहीं आया तो फिर परिजन डॉक्टर को बुलाकर लाए। इस बार डॉक्टर आए और चेक करने के बाद जितेंद्र को मृत घोषित कर दिया।
परिजनों ने लगाया गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप
जितेंद्र की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया। चाचा रमेश ने आरोप लगाया कि इसी के चलते ऑपरेशन के लिए बेहोशी का इंजेक्शन दिया गया था, उसकी शायद डोज सही नहीं दी गई। इस कारण जितेंद्र की मौत हो गई। सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई। मगर, परिजनों ने डॉक्टरों पर FIR नहीं होने तक शव लेने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों ने उन्हें जितेंद्र की मेडिकल रिपोर्ट देने से भी इनकार कर दिया है।
मृतक जितेंद्र के चाचा रमेश ने बताया कि पुलिस ने लिखित आश्वासन दिया है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद तुरंत कार्रवाई की जाएगी। 7 दिन में पूरे मामले में कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद उन्होंने शव ले लिया है और अब वे कन्हई गांव जा रहे हैं, जहां पर जितेंद्र का अंतिम संस्कार होगा। इस बारे में सिटी थाना एसएचओ रतनलाल ने बताया कि जितेंद्र के परिवार वाले पुलिस की बात से संतुष्ट हो गए है।
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