Edited By Isha, Updated: 27 Jun, 2024 07:11 PM
लोकसभा चुनाव में सरकार का विरोध कर चुके सरपंचों ने विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर सरकार के खिलाफ मोर्चा बांधना शुरू कर दिया है। सरपंचों ने सरकार द्वारा गांवों में बनवाए गए अमृत सरोवरों का जिम्मा
फतेहाबाद(रमेश कुमार ): लोकसभा चुनाव में सरकार का विरोध कर चुके सरपंचों ने विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर सरकार के खिलाफ मोर्चा बांधना शुरू कर दिया है। सरपंचों ने सरकार द्वारा गांवों में बनवाए गए अमृत सरोवरों का जिम्मा लेने से इनकार कर दिया है और चेतावनी दी कि सरकार सरपंचों के सारे अधिकार वापस दे नहीं तो विधानसभा चुनाव में फिर भाजपा का विरोध किया जाएगा।
इस बारे में फतेहाबाद में प्रेस वार्ता करते हुए सरपंच एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष रणबीर गिल ने कहा कि सरकार ने प्रदेशभर में 1800 करोड़ की लागत से सैकड़ों अमृत सरोवर सीधे ठेकेदारों से बनवा दिए। इन सरोवरों को सही तरीके से नहीं बनाया गया, न ही इनकी खुदाई करवाई गई। अब आगे मानसून आ रहा है तो सरकार इन सरोवरों को पंचायतों के अंडर करना चाहती है, क्योंकि यह तय है कि बरसाती पानी जमा होने पर यह ओवरफ्लो होकर ग्रामीणों को परेशान करेंगे। उन्होंने कहा कि करोड़ों रुपये का घोटाला ठेकेदारों ने कर दिया और सरकार इसका ठीकरा अब सरपंचों पर फोडऩा चाहती है, सरपंच हरगिज इसे स्वीकार नहीं करेंगे और यदि सरकार ने सरपंचों के सारे मौलिक अधिकार वापस नहीं किए तो सरपंच फिर से विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ बिगुल बजाएंगे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक भी सरोवर ऐसा नहीं है, जो नियमानुसार कंपलीट है, लेकिन सरकार ने सभी को कंपलीशन के सॢटफिकेट ठेकेदारों को दे दिए हैं। उन्होंने एक बार फिर अपने धुरविरोधी पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली के खिलाफ बयान देते हुए कहा कि सरकार के साथ लड़ाईयां हमेशा चलती रही हैं और मांगे मानने पर खत्म भी हो जाती हैं, लेकिन पूर्व मंत्री बबली का विरोध ऐसे ही जारी रहेगा, क्योंकि उन्होंने जो गलत शब्द सरपंचों को कहे, सरपंचों को चोर कहा, उसको लेकर हमेशा विरोध करते रहेंगे।