Edited By Isha, Updated: 29 Jun, 2023 08:12 AM

हरियाणा में समगौत्र विवाहों को रोकने के लिए कानून बनाने की मांग जोर पकडऩे लगी है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निर्देश पर बुधवार को चंडीगढ़ में भूमि बचाओ संघर्ष समिति के मुखिया रमेश दलाल के नेतृत्व में
चंडीगढ़(चन्द्र शेखर धरणी): हरियाणा में समगौत्र विवाहों को रोकने के लिए कानून बनाने की मांग जोर पकड़ने लगी है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निर्देश पर बुधवार को चंडीगढ़ में भूमि बचाओ संघर्ष समिति के मुखिया रमेश दलाल के नेतृत्व में खाप नेताओं व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों की एक बैठक हरियाणा के वित्तायुक्त राजेश खुल्लर के साथ हुई।
बैठक में रमेश दलानल ने कहा कि समगौत्र विवाह पर रोक न होने के कारण रिश्ते में बहन-भाई भी न्यायालय के माध्यम से शादी कर रहे हैं। जिसके कारण हरियाणा की संस्कृति तो नष्ट हो ही रही है, इसके अतिरिक्त ऐसे मामलों से दो परिवारों में खूनी जंग भी आरंभ हो जाती है। इस कानूनी खामी की वजह से समाज में व्यापक स्तर पर बुराई फैल रही हैं। हरियाणा में आए दिन ऑनर कीलिंग जैसी घटनाएं हो रही हैं। सकरार को समगौत्र शादियों पर रोक के लिए कानून बनाना चाहिए।
बैठक में सरकार की तरफ से राजेश खुल्लर ने कहा कि इस संबंध में सभी संगठन अपने-अपने सुझाव लिखित रूप में दें। उन्होंने कहा कि वह इन सुझावों को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समक्ष उठाएंगे। मुख्यमंत्री ही इस मामले में कार्यवाही आगे बढ़ा सकते हैं। रमेश दलाल ने आशा व्यक्त की कि 14 साल से सभी खापों की तरफ से यह मांग की जा रही है कि समगौत्र विवाह को अवैध करार दिया जाए।
प्रतिनिधिमंडल में आसौदा बारह के प्रधान कपूर सिंह दलाल, ओम सिंह मांडोठी, चांदराम बुपनियां, सतपाल मेहंदीपुर, जयप्रकाश मंडोरा, ईश्वर तुर्कपुर, कुंवर सिंह, सुरेंद्र दहिया, आनंद भडक़, जिला पार्षद जयदेव रोहतक और गरनावठी के सरपंच सतबीर प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे।