Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 06 Dec, 2024 02:00 PM
गुड़गांव के निजी अस्पताल में डिलीवरी के दौरान शिशु की मौत होने का मामला सामने आया है। मेटरनल डेथ के मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम मानेसर ने मेडिकल नेग्लिजेंस बोर्ड को जांच कर रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए हैं। पीड़ित ने इसकी शिकायत शुक्रवार को...
गुड़गांव, (ब्यूरो): गुड़गांव के निजी अस्पताल में डिलीवरी के दौरान शिशु की मौत होने का मामला सामने आया है। मेटरनल डेथ के मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम मानेसर ने मेडिकल नेग्लिजेंस बोर्ड को जांच कर रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए हैं। पीड़ित ने इसकी शिकायत शुक्रवार को समाधान शिविर में दी थी।
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दरअसल, सेक्टर-92 के रहने वाले संजय गुप्ता ने समाधान शिविर में दी शिकायत में कहा कि उनकी बहू श्वेता गर्भवती थी और उसका इलाज मॉडल टाउन, 4/8 मरला के कथूरिया अस्पताल में चल रहा था। संजय गुप्ता की मानें तो उन्होंने अपनी बहू को 3 दिसंबर को डिलीवरी के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां डॉक्टर डीपी सिंह और सीमा द्वारा किया जा रहा था। आरोप है कि जब लेबर पेन होने पर रात आठ बजे उन्हें लेबर रूम में ले जाया गया तो यहां कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। डिलीवरी कराने से पहले गर्भ में पल रहे शिशु की स्थिति की जांच तक नहीं की गई। ऐसे में अस्पताल की लापरवाही के कारण जब शिशु ने जन्म लिया तो उसके बारे में किसी को भी जानकारी नहीं दी। आरोप है कि कई बार पूछने के बाद उन्हें बताया गया कि जब शिशु मृत है। आरोप है कि कई बार पूछने के बाद बताया गया कि जन्म के दौरान उसके गले में कुछ फस गया था जिसके कारण शिशु की जन्म के दौरान मौत हो गई। ऐसे में उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से बात की, लेकिन उनकी बात का कोई जवाब नहीं दिया गया। इस पर उन्होंने आज समाधान शिविर में अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई करने की शिकायत दी है।
एसडीएम दर्शन सिंह ने बताया कि मामले को मेडिकल नेग्लिजेंसी बोर्ड के पास जांच के लिए भेज दिया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, मामले में जब अस्पताल प्रबंधक डॉ अशोक कथूरिया से संपर्क किया गया तो उनसे संपर्क न होने के कारण उनका पक्ष नहीं मिल सका।