Edited By Isha, Updated: 05 Sep, 2023 11:53 AM

जूनियर महिला कोच के साथ छेड़छाड़ के मामले में संदीप सिंह ने चंडीगढ़ कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की है। मंत्री के खिलाफ चंडीगढ़ पुलिस ने कोच के साथ छेड़छाड़ किए जाने के मामले में 31 दिसंबर 2022 को विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। गौर रहे कि आठ...
डेस्क: जूनियर महिला कोच के साथ छेड़छाड़ के मामले में संदीप सिंह ने चंडीगढ़ कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की है। मंत्री के खिलाफ चंडीगढ़ पुलिस ने कोच के साथ छेड़छाड़ किए जाने के मामले में 31 दिसंबर 2022 को विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। गौर रहे कि आठ महीने बाद महिला जूनियर कोच से यौन-उत्पीड़न मामले में आरोपित हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ 25 अगस्त को चंडीगढ़ पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (SIT) ने CJM की कोर्ट में चालान पेश किया है।

वहीं हरियाणा सरकार में मंत्री संदीप सिंह पर जूनियर महिला कोच में नए आरोप लगाए हैं। इसमें महिला कोच में छेड़खानी से आगे का खुलासा करते हुए कहा है कि तत्कालीन खेल मंत्री ने बलात्कार की कोशिश की थी। एक यू-ट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में महिला कोच में कहा है कि मैंने अभी तक ये बातें सामने नहीं रखी थी। संदीप सिंह ने मेरे साथ छेड़खानी ही नहीं बल्कि मेरा हाथ पकड़ा था और बेड पर पुश किया था। इसके अलावा उन्होंने टी-शर्ट ऊपर करने की कोशिश की थी। महिला कोच में कहा है कि संदीप सिंह उन्हें थप्पड़ भी मारा था तो बदले में मैंने भी अपना बचाव करते थप्पड़ मारा था। जूनियर महिला कोच का यह इंटरव्यू विधानसभा में हुए हंगामे के बाद का है, जिसमें सरकार ने संदीप सिंह का इस्तीफा लेने से मना कर दिया था।

पिछले साल दर्ज हुआ था केस
जूनियर महिला कोच में पिछले साल 26 दिसंबर 2022 को हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ यौन-उत्पीड़न सहित अन्य आरोप के तहत चंडीगढ़ पुलिस में शिकायत दी थी। शिकायत की जांच के 31 दिसंबर की रात 11 बजे सेक्टर 26 थाने में खेल मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ IPC की धारा 342, 354, 354 A, 354 B, 506 के तहत पुलिस ने मामला दर्ज किया था। इस मामले को लेकर विपक्षी दलों ने मंत्री संदीप सिंह के इस्तीफे की मांग की थी, लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सिर्फ उसने खेल विभाग ले लिया था। हरियाणा सरकार के खेल विभाग ने कोच को निलंबित कर दिया था। तो वहीं दूसरी कोच का आरोप है कि उन्हें स्टेडियम में भी नहीं जाने दिया जा रहा है। इससे उनकी प्रैक्टिस प्रभावित हो रही है।