Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 30 May, 2024 06:15 PM
खेडक़ीदौला थाना एरिया में पत्नी की मौत के बाद पति के जेल जाने पर मृतका के रिश्तेदारों द्वारा जालसाजी कर लग्जरी गाड़ी बेचने का मामला सामने आया है।
गुडग़ांव,(ब्यूरो): खेडक़ीदौला थाना एरिया में पत्नी की मौत के बाद पति के जेल जाने पर मृतका के रिश्तेदारों द्वारा जालसाजी कर लग्जरी गाड़ी बेचने का मामला सामने आया है। आरोपितों ने विभागिय कर्मियों से घालमेल कर मृतका के फर्जी हस्ताक्षर कर वारदात को अंजाम दिया। इसका खुलासा तब हुआ जब मृतका का पति अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर आया। पुलिस ने शिकायत मिलने पर केस दर्ज कर लिया है।
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पुलिस को दी शिकायत में दिल्ली के लक्ष्मीनगर निवासी हबीब उर रहमान ने कहा कि वह वर्ष 2020 से गुडग़ांव के सेक्टर-85 स्थित अंतरिक्ष हाईट सोसाइटी मेंं रह रहा है। उसने वर्ष 2019 में एक इनोवा क्रिस्टा गाड़ी खरीदी थी। जो उसने दिल्ली के वजीरपुर में अपनी पत्नी हिताक्षा रत्ता के नाम से रजिस्टर्ड कराई थी। बीती 1 नवंबर 2020 मेंं उसकी पत्नी हिताक्षा रत्ता ने सुसाईड कर लिया। मृतका के पिता विनय रत्ता ने हबीब उर रहमान व उसकी मां के खिलाफ थाना खेडक़ीदौला में केस दर्ज करा दिया। इस केस में हबीब उर रहमान जेल चला गया।
मार्च 2024 में हबीब उर रहमान अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर आया तो उसे पता चला कि इनोवा गाड़ी को उसके साडू वरुण वाही और ससुर दिल्ली लेकर चले गए। इसके बाद उस गाड़ी को हिताक्षा रत्ता के फर्जी साईन करके नई दिल्ली की एक कंपनी को बेच दिया गया। जिसके निदेशक अंकुर चौपड़ा व रवि भूषण चौपड़ा हैं। हबीब उर रहमान का आरोप है कि वरुण वाही और ससुर विनय रत्ता, अंकुर चौपड़ा व रवि भूषण चोपड़ा ने वजीरपुर आरटीओ कर्मियों से सांठगांठ करके फर्जी दस्तावेजों के आधार पर गाड़ी बेचकर धोखाधड़ी की है। पीडि़त की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।