Edited By Isha, Updated: 18 Mar, 2025 03:21 PM

बधाना गांव के लोगों को आखिरकार 40 साल बाद पीने के पानी के नाम पर नहरी पानी मिलेगा। विभाग ने इसके लिए जलघर में नई मोटर लगाने के अलावा अन्य उपकरण स्थापित करने शुरू कर दिए हैं। गांव के लोगों
जींद: बधाना गांव के लोगों को आखिरकार 40 साल बाद पीने के पानी के नाम पर नहरी पानी मिलेगा। विभाग ने इसके लिए जलघर में नई मोटर लगाने के अलावा अन्य उपकरण स्थापित करने शुरू कर दिए हैं। गांव के लोगों कहना है कि नहरी पानी नही मिलने के कारण गांव के लोग भूमिगत खारा पानी पीने को मजबूर हो रहे थे।
गांव बधाना निवासी रामकरण, विकास, संदीप, हवा सिंह तथा महिला कमलेश, रीना, सुदेश, बिमला आदि ने बताया कि सरकार द्वारा गांव में पीने के पानी की किल्लत को देखते हुए वर्ष 1985 में जलघर का निर्माण करवाया था, लेकिन विभाग के अधिकारियों की मायूसी के चलते गांव के लोगों को 40 साल बीतने के बावजूद भी पीने के पानी के नाम पर नहरी पानी नसीब नहीं हुआ था। गांव के लोग जलघर में लगे सबमर्सीबल से ही खारा पानी पी रहे थे।
गांव के लोगों का कहना है कि यह पानी पीना तो दूर की बात कपड़े धोने तक लायक नहीे हैं। गांव के लोगों का कहना है कि शुरू से ही विभाग के अधिकारियों तथा स्थानीय विधायक को नहरी पानी देने के लिए सूचित किया जा रहा था लेकिन गांव की यह समस्या हल होने का नाम नहीं ले रही थी। आखिरकार गांव के लोगों ने मामले को दुबारा से उपायुक्त जींद तथा स्थानीय विधायक देवेंद्र अत्री के सामने रखा। उसके बाद विभाग ने मामले पर अमल करते हुए बधाना गांव स्थित जलघर में नहरी पानी के लिए नई मोटर तथा अन्य उपकरण लगाने शुरू कर दिए हैं। जिसके बाद गांव के लोगों को जल्द पीने के पानी के नाम पर नहरी पानी मिलेगा।