Edited By Yakeen Kumar, Updated: 17 Feb, 2025 03:06 PM
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4 फरवरी को हरियाणा कैबिनेट में वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम 1974 में बदलाव कर शतों के साथ नर नीलगाय को मारने की अनुमति दी गई थी। जिसके बाद बिश्नोई समाज, वन्य जीव प्रेमी और NGO ने विरोध करना शुरू कर दिया था।
डेस्क टीम : मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आश्वासन के बाद वन मंत्री नरबीर सिंह ने नर नीलगाय को मारने के कानून पर रोक लगा दी है। दरअसल, 4 फरवरी को हरियाणा कैबिनेट में वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम 1974 में बदलाव कर शतों के साथ नर नीलगाय को मारने की अनुमति दी गई थी। जिसके बाद बिश्नोई समाज, वन्य जीव प्रेमी और NGO ने विरोध करना शुरू कर दिया था।
अब मंत्री ने कहा कि अनुमति लेकर नीलगाय को मारने का कानून 1977-78 में भी था। लेकिन यह अब भी जारी रहेगा, जिसमें कड़ी शर्तें हैं। यानी फसलों को ज्यादा नुकसान पहुंचाने पर पंचायत व मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक ही मारने की मंजूरी दे सकते हैं।
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