पार्षदों की प्रधान के खिलाफ खुली बगावत, डीसी को सौंपा अविश्वास प्रस्ताव

Edited By vinod kumar, Updated: 19 Sep, 2020 02:58 PM

जींद नगर परिषद में पिछले कुछ दिनों से चल रहा घमासान के कारण अब चेयरमैन पूनम सैनी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। भ्रष्टाचार को लेकर नगर परिषद के दो-तिहाई पार्षदों ने चेयरमैन पूनम सैनी के खिलाफ डीसी को अविश्वास प्रस्ताव सौंपा है। अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस...

जींद (जसमेर मलिक): जींद नगर परिषद में पिछले कुछ दिनों से चल रहा घमासान के कारण अब चेयरमैन पूनम सैनी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। भ्रष्टाचार को लेकर नगर परिषद के दो-तिहाई पार्षदों ने चेयरमैन पूनम सैनी के खिलाफ डीसी को अविश्वास प्रस्ताव सौंपा है। अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस सौंपे जाने के मौके पर 20 पार्षद व्यक्तिगत रूप से डीसी के सामने पेश हुए। इन हालात में चेयरपर्सन पूनम सैनी के लिए अपनी कुर्सी बचाना कतई आसान नहीं होगा। 4 साल के दौरान पहली बार पूनम सैनी के खिलाफ विरोधी गुट ने अविश्वास प्रस्ताव डीसी को सौंपा है।

नगर परिषद के कुल 31 निर्वाचित पार्षद हैं। 4 साल पहले जून 2016 में नगर परिषद प्रधान पद पर पूनम सैनी काबिज हुई थी। तभी से वह नप की प्रधान हैं। विरोधी खेमे ने पूनम सैनी को प्रधान पद से हटाने की मुहिम को शुक्रवार को एक मंजिल तक पहुंचा दिया। शुक्रवार को नगर परिषद के 20 पार्षद पहले शहर के एक निजी होटल में पहुंचे। यहां उन्होंने बैठक की। 

बैठक के बाद सभी 20 पार्षद डीसी डॉ. आदित्य दहिया से उनके कार्यालय में मिले। इन पार्षदों ने डीसी को नप चेयरपर्सन पूनम सैनी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस सौंपा। अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस के साथ 21 पार्षदों के शपथ पत्र लगे हुए थे। 4 लाइन के अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस में 21 पार्षदों ने कहा कि प्रधान पूनम सैनी के प्रति उनका विश्वास समाप्त हो चुका है। 21 पार्षद प्रधान पूनम सैनी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला रहे हैं। इस पर विचार और मतदान के लिए जल्द नप की विशेष बैठक बुलाई जाए।

इन पार्षदों ने की प्रधान के खिलाफ खुली बगावत
नगर परिषद के 31 में से जिन 21 पार्षदों ने प्रधान पूनम सैनी के खिलाफ शुक्रवार को खुली बगावत करते हुए डीसी को अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस सौंपा, उनमें कई पार्षद वह भी हैं, जो कुछ दिन पहले तक प्रधान पूनम सैनी के खास समर्थकों में गिने जाते थे। प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करने वाले पार्षदों में वार्ड 31 की शोभा गोयल, वार्ड 30 के राममेहर ठेकेदार, वार्ड 29 की राजवंती मेहरा, वार्ड 27 के जिले सिंह जागलान, वार्ड 25 की ज्योति कौशिक, वार्ड 24 की सुदेश, वार्ड 23 के संदीप कटवाल, वार्ड 21 की सुनीता कुंडू, वार्ड 20 की संतोष बैनीवाल, वार्ड 19 की मीनू, वार्ड 18 की रजनी जांगड़ा, वार्ड 17 के प्रवीण बैनीवाल, वार्ड 16 के मुकेश शर्मा, वार्ड 15 के विनोद आशरी, वार्ड 11 की रजनी अरोड़ा, वार्ड 10 के रिंकू नागर, वार्ड 9 के गुलशन आहुजा, वार्ड 6 के सुभाष जांगड़ा, वार्ड 4 के हरपाल, वार्ड 3 के रणधीर राणा, वार्ड 2 की पूजा कपूर शामिल हैं। 

बगावत करने वाले इन पार्षदों में रजनी अरोड़ा, रजनी जांगड़ा, राममेहर की गिनती प्रधान पूनम सैनी के खास समर्थकों में होती थी। उनके खास समर्थक पार्षदों द्वारा भी उनका साथ छोड़ दिए जाने से अब प्रधान पूनम सैनी के लिए अपनी कुर्सी बचाना लगभग असंभव हो गया है।

प्रधान खेमे में रह गए यह 10 पार्षद
प्रधान पूनम सैनी के खेमे में अब महज 10 पार्षद रह गए हैं। इनमें खुद वार्ड 7 की पार्षद और नप की प्रधान पूनम सैनी, वार्ड 1 की पार्षद सुनीता, वार्ड 5 के पार्षद कर्मवीर मोना, वार्ड 8 की पार्षद सीमा सैनी, वार्ड 12 के पार्षद राकेश चुघ, वार्ड 13 से विनोद सैनी, वार्ड 14 के नरेश, वार्ड 22 के जसमेर पहलवान, वार्ड 26 के हरेंद्र उर्फ काला सैनी और वार्ड 28 की अंजू सैनी शामिल हैं। 10 पार्षदों में से 6 सैनी समुदाय से हैं।

विरोधियों ने कहा नप में भ्रष्टाचार का बोलबाला
नप प्रधान पूनम सैनी के खिलाफ डीसी को अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस सौंपने के बाद पार्षद और पूर्व प्रधान विनोद आशरी, पूर्व प्रधान सुदेश, वरिष्ठ पार्षद जिले सिंह जागलान ने कहा कि नप में 4 साल से भ्रष्टाचार का बोलबाला है। पूरे शहर को कमीशन के चक्कर में प्रधान ने उखाड़ कर रख दिया है। भ्रष्टाचार के सारे रिकार्ड पूनम सैनी के कार्यकाल में टूट गए। इसी कारण उन्होंने प्रधान को पद से हटाने के लिए उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस डीसी को दिया है। 

विरोधी पार्षदों ने कहा कि पूनम सैनी का कुर्सी से हटना अब तय है। 21 पार्षद प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कर डीसी को सौंप चुके हैं। एक मामले में जेल में बंद पार्षद सुभाष जांगड़ा को लेकर जिले सिंह जागलान ने कहा कि अदालत से अनुमति के बाद सुभाष जांगड़ा ने अविश्वास प्रस्ताव के शपथ पत्र पर दस्तख्त किए हैं। जब भी अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के लिए नप की बैठक बुलाई जाएगी, अदालत के आदेश से सुभाष जांगड़ा वोट डालने के लिए बैठक में भाग लेंगे। इसमें किसी तरह की कोई कानूनी अड़चन नहीं है।

प्रधान ने कहा, करेंगी अविश्वास प्रस्ताव का सामना
नप प्रधान पूनम सैनी ने कहा कि विरोधी गुट द्वारा अपने खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का वह मजबूती से सामना करेंगी। उनके पास कुर्सी बचाने के लिए पूर्ण बहुमत है। विरोधी झूठे आरोप लगा रहे हैं।

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