Edited By Ajay Kumar Sharma, Updated: 22 Dec, 2022 08:07 PM

शहर के गांव हैदरावाला में किसानों सुखचैन व मिट्ठू द्वारा एकत्रित की गई पराली को शरारती तत्वों जलाने के मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
टोहाना(सुशील): शहर के गांव हैदरावाला में किसानों सुखचैन व मिट्ठू द्वारा एकत्रित की गई पराली को शरारती तत्वों जलाने के मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। जिसे लेकर किसानों ने प्रशासन के खिलाफ रोष जताया है। इस दौरान किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि पीड़ित किसानों को मुआवजा नहीं दिया गया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
बता दें कि दोनों किसानों ने सरकार द्वारा चलाए गए पर्यावरण बचाओ मुहिम में लेते हुए 50 क्विंटल पराली इकठ्ठा किया था,लेकिन कुछ शरारती तत्वों ने उसमें आग लगा दी। जिसके बाद इस मामले की शिकायत पुलिस को दी गई, लेकिन हैरानी की बात यह है कि पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया और बाद में कोई कार्रवाई नहीं की। जिसे लेकर किसानों ने प्रशासन के खिलाफ रोष जताया है। वहीं किसान गुरनाम सिंह का कहना है कि किसानों को पिस्तौल दिखाकर डराया धमकाया जा रहा है, जिससे यह साबित होता है कि पुलिस प्रशासन और आरोपियों की मिलीभगत है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा पराली जलाने पर किसानों पर ढाई हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से जुर्माना लगाया जाता है, लेकिन पराली संरक्षण करने वाले किसानों को प्रोत्साहन नहीं किया जा रहा। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि इस मामले में जो आरोपी है, उसे गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने दूसरी मांग करते हुए कहा कि पीड़ित किसान सुखचैन व मिट्ठू को उचित मुआवजा दिया जाए।
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