Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 05 Dec, 2025 07:46 PM

सेक्टर 29 स्थित क्लब के बाहर पिछले साल हुए बम ब्लास्ट केस में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने तीन और आरोपियों के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट पंचकूला स्पेशल कोर्ट में दाखिल की है।
गुड़गांव, (ब्यूरो): सेक्टर 29 स्थित क्लब के बाहर पिछले साल हुए बम ब्लास्ट केस में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने तीन और आरोपियों के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट पंचकूला स्पेशल कोर्ट में दाखिल की है। जिनमें आरोपी विजय, अजीत सहरावत और विनय पर प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल के साथ इन धमाकों की साजिश और प्लानिंग करने का आरोप है। एनआईए इस मामले में पहले ही जून 2025 में सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ समेत पांच आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।
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दरअसल, 10 दिसंबर 2024 को गुडग़ांव के सेक्टर-29 स्थित वेयरहाउस क्लब और ह्यूमन क्लब बम के बाहर धमाके किए गए थे। इस दौरान पुलिस ने सचिन तालियान नामक आरोपी को पकड़ लिया था। वह नशे में था। उसने दो बम फेंक दिए थे और दो और फेंकने वाला था। मामले में एनआईए के मुताबिक, चार्जशीट में सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बरार के अलावा सचिन तालियान, अंकित, भाविश और अमेरिका स्थित रणदीप सिंह उर्फ रणदीप मलिक के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), शस्त्र अधिनियम, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। एनआईए ने जांच में पाया कि ये आरोपी हरियाणा के गुडग़ांव में सेक्टर-29 स्थित वेयरहाउस क्लब और ह्यूमन क्लब को बम से निशाना बनाने की साजिश में शामिल थे। जांच एजेंसी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि जांच में पता चला कि गोल्डी बरार और उसके सहयोगियों ने आतंकी साजिश रची थी। एनआईए की जांच के मुताबिक, आतंकी सिंडिकेट देश की अखंडता, सुरक्षा (आर्थिक सुरक्षा सहित) और संप्रभुता को खतरे में डालने के लिए धन उगाही, आतंकी फंड जुटाने, विस्फोटक और हथियार और गोला-बारूद खरीदने और आमलोगों के बीच आतंक को बढ़ावा देने में सक्रिय रूप से शामिल हैं।
एनआईए ने तीन और आरोपियों के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट पंचकूला स्पेशल कोर्ट में दाखिल की है। जिनमें आरोपी विजय, अजीत सहरावत और विनय पर प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल के साथ इन धमाकों की साजिश और प्लानिंग करने का आरोप है। मामले में एनआईए द्वारा की गई जांच में खुलासा हुआ कि तीनों अमेरिका और कनाडा से अपना नेटवर्क चला रहे गैंगस्टर रणदीप मलिक और रोहित गोदारा के शूटर हैं। रोहित गोदारा कनाडा स्थित आतंकवादी सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ का करीबी सहयोगी माना जाता है। इन तीनों आरोपियों को बीकेआई के चरमपंथी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए विदेशी आतंकी हैंडलर्स से विस्फोटक सामग्री और टेरर फंड उपलब्ध करवाए गए थे। साजिश का उद्देश्य हरियाणा और अन्य उत्तरी राज्यों में शांति भंग करना और कानून व्यवस्था को अस्थिर करना था।
जांच में यह भी सामने आया है कि विदेश में बैठे आतंकी हैंडलर्स के निर्देश पर काम करने वाले लोगों का एक बड़ा नेटवर्क सक्रिय है, जो फंडिंग, लॉजिस्टिक्स और आतंकी गतिविधियों के विभिन्न पहलुओं को संचालित करता है। एनआईए अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य साजिशकर्ताओं और फंडिंग चैनलों का पता लगाने में जुटी हुई है।