Edited By Manisha rana, Updated: 24 Jul, 2024 03:42 PM
बेहद भाग दौड़ व तनाव भरी जिंदगी के कारण लोगों की सहनशक्ति खत्म होती जा रही है या फिर फरीदाबाद में बदमाशों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि अब ना तो उन्हें किसी कानून का डर है और ना ही पुलिस की वर्दी का।
फरीदाबाद (अनिल राठी) : बेहद भाग दौड़ व तनाव भरी जिंदगी के कारण लोगों की सहनशक्ति खत्म होती जा रही है या फिर फरीदाबाद में बदमाशों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि अब ना तो उन्हें किसी कानून का डर है और ना ही पुलिस की वर्दी का। बदमाश अब बेखौफ होकर लगातार वारदात करते हुए नजर आ रहे हैं। फरीदाबाद शहर में लगातार लूटपाट चोरी, मर्डर की घटनाएं बढ़ती नजर आ रही है। शहर में लगातार बढ़ रहे अपराधों का ही असर है कि। ताजा मामला फरीदाबाद से सामने आया है जहां एक अखबार हॉकर ने बिजली विभाग के अधिकारी को उसी के घर के बाहर बुरी तरह से पीट दिया। आरोप है कि अखबार के हॉकर ने अपने एक साथी के साथ मिलकर बिजली विभाग के एक्सईएन विनय अत्री को लाठी-डंडों से पीटा। इस दौरान बीच बचाव करने आए उसके परिवार को भी नहीं बख्शा। ये घटना बड़खल विधानसभा की है। मारपीट की घटना सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई है।
बिजली विभाग में तैनात पीड़ित एक्सईएन विनय अत्री ने बताया कि आज सुबह उनके घर पर रोजाना की तरह अखबार देने वाला हॉकर राजू अखबार लेकर आया। जिसने आते ही उनसे अखबार के बकाया रुपए की मांग की। जिसके बाद उन्होंने कहा कि तुम मुझे जीएसटी का बिल दे दो, मैं तुम्हारी पेमेंट कर देता हूं। हॉकर ने उन्हें जीएसटी के साथ बिल देने से मना कर दिया और रुपए लेने की धमकी देते हुए चला गया। उसके जाने के बाद वह अपने स्कूल जा रहे बच्चों को स्कूल भेजने की तैयारी में जुट गए। कुछ देर बाद हॉकर और उसके साथ आए दो अन्य लोग लाठी डंडे लेकर उनके घर पर आ धमके और उन्होंने आते ही उन पर लाठी डंडों व लात घूंसो से पीटना शुरू कर दिया। उन्हें बचाने के लिए उनकी पत्नी और बेटी दौड़ी तो उन्होंने उनके साथ भी हाथापाई की। इस घटना की पूरी वारदात उनके घर के लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है।
विनय अत्री ने बताया कि उन्हें इससे भी ज्यादा हैरानी तो तब हुई जब वह अपनी शिकायत लेकर सैनिक कॉलोनी स्थित पुलिस चौकी पहुंचे तो उन्हें लगभग दो घंटे तक चौकी में बेवजह ही बैठाएं रखा। शिकायत लेने की बात तो दूर उनसे सही से बात नहीं की गई और उन्हें उल्टा पुलिस द्वारा धमकाया गया। उन्हें सतबीर नाम के एक पुलिस वाले ने धमकाते हुए बोला कि आपको अखबार वाले से बिल नहीं मांग कर उसे पैसे दे देने चाहिए थे, झगड़ा ही नहीं होता। पीड़ित अत्री के अनुसार जब उन्हें दो घंटे तक कोई कार्रवाई होती नजर नहीं आई तो उन्होंने अपने विभाग के अन्य साथियों को इसकी सूचना दी। इसके बाद उनके विभाग के जब अन्य 15- 20 लोग सैनिक कॉलोनी चौकी पहुंचे तब जाकर पुलिस हरकत में आई और 2 घंटे बाद विनय अत्री की शिकायत पुलिस ने ली।
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