Edited By Manisha rana, Updated: 29 May, 2024 02:29 PM
कैथल जिला परिषद में हुए 7 करोड़ के सफाई घोटाले को लेकर विजिलेंस तीन अधिकारी व कर्मचारियों सहित चार ठेकेदारों को गिरफ्तार कर भले ही अपनी पीठ थपथपा रही है, वहीं अब कैथल विधायक लीलाराम द्वारा घोटाले पर दी गई प्रतिक्रिया ने जिले में हलचल मचा दी है।
कैथल (जयपाल रसूलपुर) : कैथल जिला परिषद में हुए 7 करोड़ के सफाई घोटाले को लेकर विजिलेंस तीन अधिकारी व कर्मचारियों सहित चार ठेकेदारों को गिरफ्तार कर भले ही अपनी पीठ थपथपा रही है, वहीं अब कैथल विधायक लीलाराम द्वारा घोटाले पर दी गई प्रतिक्रिया ने जिले में हलचल मचा दी है।
बता दें कि कल आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद विजिलेंस के इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह द्वारा बताया गया था कि इस पूरे मामले की शिकायत साल 2021 में कैथल विधायक लीलाराम द्वारा की गई थी, जिस पर संज्ञान लेते हुए सरकार ने इसकी जांच एंटी करप्शन ब्यूरो को सौंपी थी, जिसके बाद इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है।
अब इस पूरे मामले पर कैथल विधायक लीलाराम ने अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि उन्होंने इस घोटाले को लेकर कोई भी लिखित में शिकायत नहीं दी थी और ना ही उन्होंने किसी व्यक्ति विशेष पर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा कि मैंने कैथल में भी कोई इस तरह का घपला घोटाला न हो, इसलिए केवल प्रेस कॉन्फ्रेंस ही की थी। उसके आधार पर सरकार द्वारा एक्शन ले लिया और इस घोटाले की पूरी जांच को विजिलेंस को दे दिया था।
गौर करने वाली बात है कि 7 करोड़ के सफाई घोटाला में जहां एक तरफ विजिलेंस विधायक की शिकायत पर कार्रवाई करने की बात कह रही है तो वहीं विधायक विजिलेंस की सभी बातों को नकार रहे हैं। बड़ा सवाल खड़ा होता है कि आखिर जब विधायक द्वारा इसकी शिकायत की ही नहीं गई तो फिर विजिलेंस की शिकायत को आधार मानकर यह कार्रवाई कर रही है। यदि विधायक द्वारा यह शिकायत की गई है तो फिर आखिर विधायक इस मामले में शिकायत न देने की बात क्यों कह रहे हैं। यह अपने आप में एक कोतूहल बनता जा रहा है। अब देखना यह होगा कि विजिलेंस द्वारा जो आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश किया जाएगा, उनके अनुसार क्या कुछ सच्चाई निकाल कर सामने आएगी।
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