Edited By Isha, Updated: 05 Dec, 2025 04:15 PM

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से करीब 80 किलोमीटर दूर स्थित हरियाणा का नूंह जिला अब रेलवे नेटवर्क से जुड़ने जा रहा है। केंद्र सरकार ने नूंह क्षेत्र की लगभग 50 साल पुरानी मांग को स्वीकार कर लिया है। दिल्ली से सोह
डेस्क: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से करीब 80 किलोमीटर दूर स्थित हरियाणा का नूंह जिला अब रेलवे नेटवर्क से जुड़ने जा रहा है। केंद्र सरकार ने नूंह क्षेत्र की लगभग 50 साल पुरानी मांग को स्वीकार कर लिया है। दिल्ली से सोहना–नूंह–फिरोजपुर झिरका–अलवर तक नई रेल लाइन बिछाने की मंजूरी दे दी गई है। इस परियोजना के लिए 2,500 करोड़ रुपये की राशि रेलवे को जारी कर दी गई है।
नई रेल लाइन की लंबाई 104 किलोमीटर होगी और इसके तहत सात नए रेलवे स्टेशन बनाए जाएंगे। यह परियोजना हरियाणा और राजस्थान, दोनों राज्यों के विकास में अहम भूमिका निभाएगी। रेल मंत्रालय के अनुसार, इस लाइन के निर्माण का काम अगले तीन वर्षों में पूरा कर लिया जाएगा। नूंह, जिसे पहले मेवात के नाम से जाना जाता था, वर्ष 2005 में गुरुग्राम से अलग होकर जिला बना। यह जिला अब तक रेल नेटवर्क से नहीं जुड़ा था, जिससे यहां के लोगों को रोजगार और आवाजाही में कठिनाई होती थी।
अब नई रेल लाइन के निर्माण से इस क्षेत्र के लोगों को न केवल यात्रा में सुविधा मिलेगी, बल्कि स्थानीय उद्योग, व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। यह परियोजना प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम के तहत शुरू की गई है, जिसमें देश के 115 अति पिछड़े जिलों को विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है। नूंह भी इन्हीं जिलों में शामिल है।
इस रेल परियोजना की मांग पहली बार 1971 में गुड़गांव के तत्कालीन सांसद चौधरी तैयब हुसैन ने संसद में रखी थी। तब से लेकर अब तक यह मांग कई बार दोहराई गई। हाल ही में भिवानी-महेंद्रगढ़ के सांसद धर्मबीर सिंह और गुरुग्राम के सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने भी इस परियोजना को लेकर जोर दिया था। केंद्र सरकार ने पिछले बजट में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। नई रेल लाइन के जरिए दिल्ली से अलवर को सोहना, नूंह और फिरोजपुर झिरका के रास्ते जोड़ा जाएगा। इस परियोजना के पूरा होने के बाद मेवात क्षेत्र का सीधा रेल संपर्क दिल्ली से स्थापित होगा। रेल मंत्रालय के अनुसार, यह परियोजना 2028 तक पूरी हो सकती है।