Edited By Mohammad Kumail, Updated: 10 Jun, 2023 09:42 PM

कहते हैं कि जब नाश मनुष्य पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है। ‘लालच बुरी बला है’ ये कहावत भी आप सभी ने सुना होगा। थोड़ा पाने के चक्कर में इंसान कई बार बहुत कुछ गंवा देता है...
कैथल (जयपाल रसूलपुर) : कहते हैं कि जब नाश मनुष्य पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है। ‘लालच बुरी बला है’ ये कहावत भी आप सभी ने सुना होगा। थोड़ा पाने के चक्कर में इंसान कई बार बहुत कुछ गंवा देता है। ऐसा ही एक मामला कैथल से सामने आया है। जहां एक व्यक्ति ने सात लाख रुपये की नई गाड़ी पाने के चक्कर में 45 लाख रुपये गवां दिए। पाडला रोड पट्टी कोथ निवासी गुरमेज सिंह ने 19 मई को एसपी कार्यालय में शिकायत दी थी। शिकायत के आधार पर प्राथमिक जांच के बाद साइबर क्राइम थाना में केस दर्ज कर लिया गया है।
शिकायत में बताया कि उसकी सिक्का मार्केट में बिजली उपकरणों की दुकान है। उसने जनवरी 2023 में अपने नाखूनों का इलाज करने के लिए आनलाइन आयुर्वेद दवा मंगवाई थी। छह फरवरी को वह दुकान पर था तो उसके वाट्सएप नंबर पर एक नए नंबर से संदेश आया। उसमें लिखा था कि आपने टाटा नेक्सन गाड़ी इनाम में जीत ली है। उसमें उसका नाम, फोन नंबर, पता और गाड़ी की कीमत सात लाख रुपये लिखी हुई थी। कुछ देर बाद संदेश आया कि आप गाड़ी लेना चाहते हैं या इसके पैसे लेना चाहते हैं। उसने पैसे लेने के लिए हां कर दिया। सबसे पहले ठग ने रजिस्ट्रेशन करवाने के नाम पर छह फरवरी को 6900 रुपये गूगल पे करवा लिए। उसके बाद गाड़ी की कीमत का जीएसटी 27 हजार 600 रुपये लिए। इनकम टैक्स के नाम पर 43 हजार रुपये ले लिए और कहा कि यह राशि वापस मिल जाएगी। बाद में सीएम सिक्योरिटी चार्ज के नाम पर 68 हजार रुपये ले लिए। आठ फरवरी को एनओसी के नाम पर 91 हजार रुपये ले लिए थे।
टीडीएस के नाम से भी हड़पे पैसे
ठग ने 14 फरवरी को टीडीएस के नाम पर 1.80 लाख रुपये ले लिए। ठग ने 21 फरवरी तक उससे कुल 16 लाख 23 हजार रुपये ले लिए थे। ठग ने कहा कि यह राशि वापस मिल जाएगी। उसके बाद उसके वाट्सएप पर भारतीय रिजर्व बैंक का एक मोहर व हस्ताक्षर हुआ पैसे वापस करने का पत्र उसके पास भेज दिया। उसके बाद यह राशि वापस भेजने के नाम पर उससे पैसे लिए गए। ठग उसे बातों में उलझा कर और पैसे वापस करने का लालच देकर अलग-अलग तारीख में पैसे लेता रहा। ठग जितने पैसे ले रहे थे साथ ही उसके वापस क्रेडिट करवाने का संदेश भी भेज रहे थे। ठगों ने 17 मई तक उससे अलग-अलग दिए गए बैंक खातों में कुल 45 लाख रुपये डलवा लिए थे।
जांच अधिकारी एएसआई सुरेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। लोगों को इस प्रकार के फर्जी संदेशों से सचेत रहना चाहिए।
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)