Edited By Yakeen Kumar, Updated: 31 Dec, 2024 09:02 PM
भिवानी जिले के एक गांव में महिला कॉलेज की दलित छात्रा द्वारा फीस भरने की बात से तंग आकर आत्महत्या करने का मामला गंभीर होता जा रहा है। मृतक छात्रा के पिता जगदीश की शिकायत पर कॉलेज की प्राचार्य सहित..
लोहारू : भिवानी जिले के एक गांव में महिला कॉलेज की दलित छात्रा द्वारा फीस भरने की बात से तंग आकर आत्महत्या करने का मामला गंभीर होता जा रहा है। मृतक छात्रा के पिता जगदीश की शिकायत पर कॉलेज की प्राचार्य सहित चार लोगों पर आत्महत्या करने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है। इस मामले में आज न्याय की मांग करते हुए परिजनों व विभिन्न सामाजिक संगठनों ने प्रदर्शन किया है।
जानकारी के अनुसार फरटिया गांव में एक अनुसूचित जाति की छात्रा दीक्षा गांव सिंघानी स्थित महिला शारदा कॉलेज के बीए फाइनल में पढ़ती थी। छात्रा ने बीती 24 दिसंबर को छात्रा ने कॉलेज प्रशासन से तंग आकर आत्महत्या कर ली थी।
छात्रा पेपर न पाने से थी परेशान
मृतक छात्रा के पिता जगदीश ने पुलिस को दी गई शिकायत में आरोप लगाया कि उसकी बेटी प्राइवेट कॉलेज में पढ़ती थी। आर्थिक रूप से सक्षम ने होने के कारण वे अपनी बेटी दीक्षा की फीस समय पर जमा नहीं करवा पाए थे। फीस समय पर न भर पाने के कारण कॉलेज प्रशासन ने मेरी बेटी को पेपर नहीं देने दिया। जगदीश ने बताया कि दीक्षा को कॉलेज से निकाल दिया गया था। इसके बाद से बेटी मानसिक रूप से परेशान रहने लगी। फिर तंग आकर उसने आत्महत्या कर ली।
अब इस मुद्दे पर राजनीति गरमा गई है। इस घटना का जिक्र करते हुए कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा व कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा है
कांग्रेस ने भाजपा पर साधा निशाना
सैलजा ने सोशल मीडिया पर लिखा..हरियाणा की एक होनहार बेटी दीक्षा ने आत्महत्या कर ली, क्योंकि उसे परीक्षा में बैठने नहीं दिया गया, उसकी गलती सिर्फ इतनी थी कि वह गरीब थी और दलित परिवार से थी। क्या शिक्षा अब पैसे और जाति से तय होगी? 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' का नारा देने वाली भाजपा सरकार क्या अब जवाब देगी कि बेटियाँ कब तक गरीबी और जाति के बोझ तले कुचली जाएंगी?
वहीं सुरजेवाला ने लिखा.. क्या भाजपा का विकास सिर्फ चुनिन्दा लोगों तक सीमित है? या फिर दलित और गरीब बच्चों के सपनों की कोई कीमत ही नहीं बची? हमारे संविधान की प्रस्तावना में समता, स्वतंत्रता, बंधुत्व और न्याय की बात की गई है। लेकिन अफसोस है कि हरियाणा में एक दलित बिटिया को परीक्षा की फीस न दे पाने की वजह से आत्महत्या करनी पड़ता है।
कृष्ण बेदी ने कांग्रेस को लिया आड़े हाथ
कांग्रेस के इन सवालों पर अब केबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी ने सैलजा और सुरजेवाला को आड़े हाथों लिया है। उन्होनें कहा बेदी ने कहा है कि बेटी के आत्महत्या के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
बेदी ने कहा इस मामले में ट्वीट करने वाले नेताओं को दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आधा अधूरा ट्वीट करके ये नेता दोषियों को बचाने में लगे हैं। उन लोगों को दलित बेटी को न्याय दिलाने के लिए काम करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वहां कि विधायक व उसके रिश्तेदारों ने उस छात्रा का प्रताड़ित किया। वो कॉलेज कांग्रेस विधायक का ही है। बेदी ने कहा कि मिर्चपुर के घटनाक्रम के समय ये कांग्रेस नेता ट्वीट करना क्यों भूल गए थे। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि क्या पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपने विधायक से इस विषय में पूछेंगे?
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