हरियाणा : घरों में सप्लाई किया जा रहा पानी पीने योग्य है या नहीं, अब कुछ ही मिनटों में लग जाएगा पता

Edited By Manisha rana, Updated: 01 Dec, 2024 08:45 AM

is the water supplied to homes potable or not

ग्रामीण क्षेत्र में घरों में सप्लाई किया जा रहा पानी पीने योग्य है या नहीं, इसकी जांच के लिए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की मोबाइल वाटर टैस्टिंग लैब 2 दिसम्बर से 31 दिसम्बर तक कैथल में रहेगी।

कैथल : ग्रामीण क्षेत्र में घरों में सप्लाई किया जा रहा पानी पीने योग्य है या नहीं, इसकी जांच के लिए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की मोबाइल वाटर टैस्टिंग लैब 2 दिसम्बर से 31 दिसम्बर तक कैथल में रहेगी। इस दौरान मोबाइल लैब के जरिए कैथल, ढांड, पूंडरी, सीवन, गुहला, राजौंद व कलायत खंड के 148 गांवों में ऑनसाइट सैम्पल लिए जाएंगे। 1 दिन में मोबाइल लैब 7 गांवों में सैम्पल ले सकेगी। सैम्पल लेने के 20 से 25 मिनट के अंदर मौके पर ही मोबाइल लैब से रिपोर्ट तैयार होगी। मोबाइल लैब के जरिए पानी के 10 पैरामीटर की जांच की जाएगी। रिपोर्ट आते ही घरों में सप्लाई किया जा रहा पानी पीने योग्य है या नहीं इसका पता चल जाएगा।

अगर पीने के पानी में किसी तरह की खराबी पाई जाती है तो यह रिपोर्ट विभाग की वैबसाइट पर अपलोड होने के साथ-साथ संबंधित गांव के जे.ई. के पास भी जाएगी, ताकि पानी में आई कमी को दूर करवाया जा सके। अगर पानी सभी पैरामीटर पर फेल हो जाता है या किसी सूरत में पीने योग्य नहीं है तो विभाग द्वारा तुरंत ट्यूबवैल से सप्लाई बंद की जाएगी और नए सोर्स से पानी की सप्लाई तक वैकल्पिक व्यवस्था जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा की जाएगी।

जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के वासो के जिला सलाहकार दीपक कुमार ने बताया कि मोबाइल वाटर टैस्टिंग लैब 2022 के बाद, अब दिसम्बर 2024 में आ रही है।  इससे पहले मोबाइल वाटर टैस्टिंग लैब नवम्बर 2020 और फरवरी, 2022 में कैथल जिले में आई थी। 2 अक्तूबर 2020 को पंचकूला में मोबाइल वाटर टैस्टिंग लैब को तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा लाॅन्च किया गया था। उसके बाद यह करनाल स्थित स्टेट लैब को सौंप दी गई।

मोबाइल लैब जी.पी.एस. से जुड़ी होने के कारण विभाग के अधिकारियों को हर समय इसकी लोकेशन का पता चलता रहता है। पूरे हरियाणा में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की एक मोबाइल वाटर टैस्टिंग लैब है, जो गांव-गांव जाकर मौके पर ही पानी के सैम्पल की जांच करती है और 20 से 25 मिनट में रिपोर्ट देकर बता देती है कि पानी पीने योग्य है या नहीं। लोगों में पानी की गुणवत्ता को लेकर जागृति लाने के लिए हर रोज वाटर टैस्टिंग लैब के साथ एक गांव में जल चौपाल, एक गांव में ग्राम जल एवं सीवरेज समिति की बैठक व एक गांव में स्कूली बच्चों को जागरूक किया जाएगा।

यह रहेगा शैड्यूल

  1. 2 दिसम्बर से 5 दिसम्बर कैथल खंड। 
  2. 6 से 10 दिसम्बर ढांड खंड।
  3. 11 से 13 दिसम्बर पूंडरी खंड।
  4. 16 से 18 दिसम्बर सीवन खंड।
  5. 19 से 24 दिसम्बर गुहला खंड।
  6. 26 से 27 दिसम्बर राजौंद खंड। 
  7. 30 से 31 दिसम्बर कलायत खंड। 


स्वच्छ जल का पैरामीटर

  1.  टी.डी.एस.-500 से 2000
  2.  पी.एच.- 6.5 से 8.5 (यह वैल्यू होती है)
  3.  फ्लोराइड- 1.0 से 1.5
  4.  आयरन - 1.0 
  5.  टोटल हार्डनैस- 200 से 600 
  6.  सल्फेट- 200 से 400 
  7.  नाइट्रेट - 45 
  8.  जिंक - 5 से 15 
  9.  ट्रायबिटी- 1 से 5
     

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