Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 01 Sep, 2025 06:52 PM

हिमाचल प्रदेश में जहां बादल फटने से जहां हिमाचल प्रदेश सहित पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में बाढ़ आ गई है। सोमवार दोपहर से हो रही बारिश के बाद गुड़गांव में भी बाढ़ के हालात बन गए हैं।
गुड़गांव, (ब्यूरो): हिमाचल प्रदेश में जहां बादल फटने से जहां हिमाचल प्रदेश सहित पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में बाढ़ आ गई है। सोमवार दोपहर से हो रही बारिश के बाद गुड़गांव में भी बाढ़ के हालात बन गए हैं। गुड़गांव की शायद ही कोई सड़क ऐसी होगी जो दरिया बनने से पीछे रह गई होगी। दोपहर करीब डेढ़ बजे से शुरू हुई बारिश ने सड़कों पर तीन फीट पर पानी जमा कर दिया। सबसे ज्यादा बुराहाल तो कॉलोनियाें का है जहां लोगों के घरों में भी पानी भर गया। शहर के पॉश एरिया सेक्टर-57 से भी कुछ तस्वीरें सामने आई हैं जहां बारिश का पानी घरों में प्रवेश कर गया है। वहीं, मौसम विभाग की मानें तो गुड़गांव में चार घंटे के दौरान ही 80 एमएम से ज्यादा बारिश हो गई। वहीं, तेज हवा के साथ बारिश भी देर शाम तक जारी रही।
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शुक्रवार को बारिश बंद होने के बाद शनिवार व रविवार को धूप खिल गई थी जिससे लोगों ने राहत की सांस ली थी। हालांकि रविवार को भी पूरा दिन बारिश का मौसम बना रहा, लेकिन बारिश नहीं हुई। सोमवार को सुबह करीब साढ़े 11 बजे तक धूप खिली हुई थी। दोपहर को अचानक मौसम में परिवर्तन होने लगा और डेढ़ बजे तक गुड़गांव के कुछ हिस्सों में बारिश शुरू हो गई। ग्रामीण क्षेत्र में डेढ़ बजे से झमाझम बारिश होनी शुरू हो गई। वहीं, दोपहर करीब ढाई बजे से शहरी क्षेत्र में भी जोरदार बारिश हुई। हालांकि शुरुआत में कुछ देर बारिश होने के बाद यह बंद हो गई, लेकिन तीन बजे से ही देर शाम तक लगातार बारिश हो रही है।
इस बारिश के कारण सड़कें दरिया में तब्दील हो गई। सबसे ज्यादा बुराहाल सेक्टर-10, सिविल लाइन्स, सेक्टर-4, धनवापुर रोड, लक्ष्मण विहार, भीम नगर, अर्जुन नगर, सूरत नगर न्यू कॉलोनी, सेक्टर-52, वजीराबाद, सेक्टर-57, सेक्टर-45, सुशांत लोक, बसई रोड, दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे पर नरसिंहपुर का हुआ जहां सड़कों पर एकत्र हुए पानी ने वाहनों की रफ्तार तक रोक दी। हालांकि बारिश के दौरान सड़कों पर भरे पानी में ट्रैफिक पुलिस के जवानों ने उतरकर मोर्चा संभाला और यातायात व्यवस्था दुरुस्त की। वहीं, जीएमडीए के अधिकारियों ने अपने कार्यालय में बैठकर सर्विलांस सिस्टम के माध्यम से ही शहर की स्थिति पर नजर रखने का दावा किया, लेकिन शहर के हालात देखकर साफ हो गया कि नगर निगम और जीएमडीए के अधिकारियों द्वारा शहर को जलभराव से बचाने के लिए जो दावे किए गए थे वह सभी खोखले थे और शहर में हुआ जलभराव अपनी बदहाली की दास्तां बयां कर रहा है। वहीं, मौसम के इस बदले रूप ने मौसम में ठंडक ला दी है जिससे लोगों को गर्मी से भी राहत मिल गई है। फिलहाल लोगों को जलभराव और घरों में पानी भरने की समस्या से जूझना पड़ रहा है। अब देखना यह होगा कि अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा लोगों को कब तक इस जलभराव के कारण परेशान होकर भुगतना पड़ता है।