Edited By Isha, Updated: 13 Oct, 2020 10:59 AM

कोरोना संक्रमितों का ग्राफ प्रदेश में बढ़ता ही जा रहा है, जिसमें गुडग़ांव पहले पायदान पर पहुंचा हुआ है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की गति भले ही कम हो गई हो, लेकिन कुल मरीजों के मामले में गुडग़ांव जिला अब भी प्रदेश में पहले पायदान पर ही बना हुआ है। न...
गुड़गांव: कोरोना संक्रमितों का ग्राफ प्रदेश में बढ़ता ही जा रहा है, जिसमें गुड़गांव पहले पायदान पर पहुंचा हुआ है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की गति भले ही कम हो गई हो, लेकिन कुल मरीजों के मामले में गुड़गांव जिला अब भी प्रदेश में पहले पायदान पर ही बना हुआ है। न केवल कोरोना संक्रमितों में, अपितु कुल सक्रिय मरीजों की सूची में गुड़गांव पहले स्थान पर ही है। बताया जा रहा है कि प्रदेश में कोरोना के जो कुल सक्रिय मरीज हैं, उनमें से करीब 22 प्रतिशत गुड़गांव जिले से ही हैं। फरीदाबाद जब पहले दूसरे स्थान पर था, अब वह तीसरे स्थान पर आ गया है और हिसार जिला दूसरे स्थान पर है।
जिले में कोरोना से मरने वालों की संख्या भी 184 तक पहुंच चुकी है। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग कोरोना संक्रमितों को नियंत्रित करने में जुटा है। प्रतिदिन जांच शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। सोमवार को सैक्टर 22बी, 65, बलदेव नगर, शक्ति पार्क, राजेंद्रा पार्क, गांव सिकंदरपुर, सुखराली, चौमा, बांसलांबी व खेड़की क्षेत्रों में किया गया। इन जांच शिविरों में कोरोना संक्रमितों का मिलना जारी है। उधर स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि गत माह के मुकाबले अक्टूबर माह में कोरोना संक्रमण फैलने की रफ्तार जिले में कम हुई है। विभाग का कहना है कि गत माह 10 तारीख से लेकर 30 तारीख तक प्रतिदिन 400 के करीब कोरोना संक्रमित मिल रहे थे, लेकिन अक्टूबर माह में 250 के आस-पास ही कोरोना संक्रमित आ रहे हैं।
विभाग का यह भी कहना है कि सितम्बर माह में भी बड़े स्तर पर कोरोना जांच की गई और यह सिलसिला इस माह में भी जारी है, लेकिन कोरोना संक्रमित जांच शिविरों में कम ही मिल रहे हैं। अधिकांश कोरोना संक्रमित अपना उपचार होम आइसोलेशन में ही करा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम उनकी पूरी निगरानी में जुटी है। रैपिड एंटीजन टेस्ट किट के द्वारा कोरोना जांच कराई जा रही है। हालांकि जिले में कोरोना की स्थिति में गत माह की अपेक्षा काफी सुधार भी आया है। स्वस्थ होने वालों की संख्या भी संक्रमित पाए जाने वाले रोगियों के बराबर ही चल रही है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। लोगों को जहां फेस मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए, वहीं सामाजिक दूरी का भी पूरा ख्याल रखें तो कोरोना से बचाव संभव है, लेकिन लोग सामाजिक दूरी को भूल ही गए हैं।
फेस मास्क का इस्तेमाल भी लोग पुलिस द्वारा काटे जाने वाले चालान के डर से करते दिखाई दे रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग कह भी चुका है कि सामाजिक दूरी का पालन न किए जाने के कारण कोरोना संक्रमितों की संख्या में इसी लिए वृद्धि हो रही है। अनलॉक-5 के 12वें दिन पूर्व की भांति जहां आवागमन सामान्य दिखाई दिया, वहीं शहर के मुख्य बाजारों में लोगों की भीड़ बढ़ती ही जा रही है। जिसको लेकर दुकानदार भी काफी उत्साहित दिखाई दे रहे हैं।