Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 11 Dec, 2025 08:07 PM

गुड़गांव पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट कर रुपए ट्रांसफर करने के मामले में कथित सीबीआई अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान गुजरात में सूरत के मारुति नगर के रहने वाले चिराग कांजी भाई (उम्र-28 वर्ष, शिक्षा-10वी ) के रूप में हुई है।
गुड़गांव, (ब्यूरो): गुड़गांव पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट कर रुपए ट्रांसफर करने के मामले में कथित सीबीआई अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान गुजरात में सूरत के मारुति नगर के रहने वाले चिराग कांजी भाई (उम्र-28 वर्ष, शिक्षा-10वी ) के रूप में हुई है। आरोपी विदेश में रहकर चाइना मूल के लोगों से मिलकर धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम देता था। कंबोडियन मुद्रा को वह बिटकॉइन वॉलेट के माध्यम से इंडियन अकाउंट में ट्रांसफर कर लेता था।
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पुलिस के मुताबिक, 4 दिसंबर 2024 को एक महिला ने पुलिस थाना साइबर अपराध ईस्ट को शिकायत दी थी कि इसके बेटे के पास एक व्हाट्सएप कर ऑडियो कॉल आया, जिसमें बताया गया कि इसके बेटे के आधार कार्ड का प्रयोग हवाला के काम में प्रयोग हुआ है। इसने मना कर दिया तो उन्होंने (फर्जी पुलिस अधिकारी) FIR दर्ज कराने का डर दिखाया फिर उन्होंने एक सीबीआई अफसर से वीडियो कॉल करके इनको डिजिटल अरेस्ट करने की बात कही और इसके नाम हवाला के केस मे शामिल होने का डर दिखाते हुए इससे अलग-अलग बैंक खातों में कुल 2 करोड़ 92 लाख रुपए ट्रांसफर करवा लिए। मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच करते हुए एक आरोपी चिराग कांजी भाई को दिल्ली एयरपोर्ट से काबू किया। पुलिस ने आरोपी की अगस्त महीने में LOC जारी करवा रखी थी। आरोपी 7 दिसंबर को कंबोडिया से दिल्ली पहुंचा जिसके बाद इसे गुड़गांव पुलिस ने दिल्ली एयरपोर्ट से ही काबू कर लिया।
आरोपी को अदालत में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया गया। आरोपी से प्रारंभिक पूछताछ में ज्ञात हुआ कि यह वर्ष-2021 से दुबई में वर्क वीजा पर गया था व अगस्त 2025 में वहां से कंबोडिया जाकर चाईना मूल के लोगों के साथ मिलकर साइबर ठगी का काम करने लगा। आरोपी ने यह भी बताया कि उसने इस मामले में पीड़ित को फर्जी टेलीकॉम अधिकारी बनकर फिर अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर पीड़ित को डिजिटल अरेस्ट करके धोखाधडी की वारदात को अंजाम दिया था। आरोपी ने बताया कि यह कॉलिंग टीम का सदस्य था जिसके बदले इसको कम्बोडियन मुद्रा में कमीशन मिलता था व आरोपी साइबर ठगी से प्राप्त कमीशन की राशि कम्बोडियन मुद्रा को बिटकॉइन वॉलेट के माध्यम से अपने अन्य साथियों के बैंक खाते में ट्रांसफर कर लेता था। पुलिस टीम द्वारा उपरोक्त अभियोग में उपरोक्त आरोपी चिराग कांजी भाई व आरोपी आशीष भाई रमनलाल सहित कुल 19 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपी को 2 दिन के पुलिस हिरासत रिमांड पर के बाद अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया है।