Edited By Gourav Chouhan, Updated: 21 Aug, 2022 09:20 PM

मलिक ने कहा कि मैं अपने राज्यपाल पद को छोड़ कर सीधे तौर पर किसानों की लड़ाई में शामिल होऊंगा और किसानों के हक की लड़ाई लडूंगा।
नूंह(एके बघेल): मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने नूंह उपमंडल के किरा गांव स्थित वीर भगत सिंह गौशाला में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करते हुए मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जब तक एमएसपी लागू नहीं होगी तथा उसे कानूनी दर्जा प्राप्त नहीं होगा तब तक किसानों का संघर्ष जारी रहेगा और इस बार किसानों की लड़ाई और ज्यादा मुखर तरीके से लड़ी जाएगी। किसान इस बार आर-पार की लड़ाई लड़ेगा, क्योंकि सरकार किसान को ईडी या सीबीआई का डर दिखाकर न तो डरा सकते हो और न ही पराजित कर सकते हैं। मलिक ने कहा कि मैं अपने राज्यपाल पद को छोड़ कर सीधे तौर पर किसानों की लड़ाई में शामिल होऊंगा और किसानों के हक की लड़ाई लडूंगा।
मलिक ने किसानों से एक मंच पर आने की कही बात
उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वह जाति-पाति के बंधन को छोड़कर एक मंच पर आएं और अपने हक की आवाज को बुलंद करें। किसानों की ताकत का ही नतीजा है कि जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले किसान आंदोलन को हल्के में ले रहे थे बाद में उन्होंने न केवल किसानों से माफी मांगी बल्कि काले कृषि कानूनों को वापस भी लिया। इसलिए किसान एकजुट होकर अपनी लड़ाई लड़ेंगे तो निश्चित तौर पर उन्हें कामयाबी मिलेगी। किसानों की आय को दोगुना करने का दम भरने वाली वर्तमान सरकार किसानों का दम निकालने पर तुली हुई है। किसान जिस चीज को पैदा कर रहा है उसके दाम लगातार कम होते जा रहे हैं जबकि जिन चीजों को खरीदता है उनके दाम बढ़ रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि दिल्ली में यदि कुत्ता भी मरता है, तो उसका भी शोक जताया जाता है। लेकिन यहां 700 से अधिक किसानों की मौत पर शोक संवेदना का एक शब्द तक नहीं निकला।
देश को बेचना चाहती है मौजूदा सरकार: सत्यपाल मलिक
राज्यपाल मलिक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दोस्त अडाणी आज देश के एयरपोर्ट, बंदरगाह, बिजली उत्पादन केंद्र, रेलवे जैसे महत्वपूर्ण संस्थानों पर अपना कब्जा जमा चुका है। पिछले पांच सालों में अडाणी एशिया का सबसे मालदार आदमी बन गया है। पानीपत में अडाणी ने गेहूं का बहुत बड़ा गोदाम बनाया जिसमें गेहूं को स्टोर किया है। जब गेहूं के दाम बढ़ेंगे तो तब महंगे दामों में उस गेहूं को बेचकर प्रधानमंत्री के दोस्त मुनाफा कमाएंगे और किसान अपने द्वारा कमाई हुई फसल को महंगे दामों पर खरीदने में मजबूर होगा। लेकिन हम सरकार की इस मंशा को कामयाब नहीं होने देंगे और एमएसपी की गारंटी लेकर रहेंगे।
सत्यपाल मलिक ने लोगों से आह्वान किया कि वे शादी में दहेज कम दें, खर्चा कम करें, मृत्यु भोज बंद करें, बड़ी कोठी बनाने से बचें लेकिन अपने बच्चों की शिक्षा के साथ कोई समझौता न करें। जब उनके बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त करके बड़े अफसर बनेंगे तो चाहे कोई राजा हो या फिर कोई धनाढ्य व्यक्ति सब उनके सामने कुर्सी छोड़कर खड़े होंगे। किसान के बेटे जब इस पद पर होंगे तो निश्चित रूप पर किसानों के दिन बदलेंगे।
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