Edited By Yakeen Kumar, Updated: 05 Sep, 2025 07:53 PM

घग्घर नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से सिरसा जिले में खतरा गहराता जा रहा है। नदी किनारे बने रिंग बांधों में दरारें आने से अब तक लगभग 1500 एकड़ कृषि भूमि जलमग्न हो चुकी है।
सिरसा (सतनाम सिंह) : घग्घर नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से सिरसा जिले में खतरा गहराता जा रहा है। नदी किनारे बने रिंग बांधों में दरारें आने से अब तक लगभग 1500 एकड़ कृषि भूमि जलमग्न हो चुकी है। स्थिति बिगड़ने के साथ ग्रामीण इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। प्रशासन की ओर से सरकारी बांधों को मजबूत करने का कार्य जारी है, जबकि किसान और ग्रामीण अपनी फसलों को बचाने के लिए खुद प्रयासरत हैं।
पिछले सप्ताह नेजाडेला और मल्लेवाला के बीच रिंग बांध टूटने से करीब 250 एकड़ फसल नष्ट हो गई थी। अब जलस्तर में तेजी से हुई बढ़ोतरी के बाद इसी क्षेत्र में और दरारें आ गईं, जिससे 500 एकड़ से अधिक भूमि डूब गई है। ट्रैक्टर-ट्रॉली पानी में फंस गईं, ट्यूबवेल के कमरे डूबने से मोटरें खराब हो रही हैं और बिजली के खंभे भी डूबने लगे हैं। ग्रामीण लगातार मिट्टी और बोरी डालकर बांधों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं।
शुक्रवार सुबह हालात और गंभीर हो गए जब गांव केलनिया और झोरड़नाली के बीच रिंग बांध टूट गया। अकेले इस क्षेत्र में करीब एक हजार एकड़ फसल जलमग्न हो गई। सरकारी बांधों तक पानी पहुंच गया है, जिन्हें बचाने के लिए प्रशासन युद्धस्तर पर काम कर रहा है। बिजली विभाग ने रात में रोशनी की व्यवस्था शुरू की है, जबकि अधिकारी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि यदि सरकारी बांधों में दरार आई तो दर्जनभर से अधिक गांवों में बाढ़ का खतरा पैदा हो सकता है। पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही लगातार बारिश से घग्घर नदी का जलस्तर और बढ़ रहा है, जिससे किसानों और ग्रामीणों की चिंता दोगुनी हो गई है।
(पंजाब केसरी हरियाणा की खबरें अब क्लिक में Whatsapp एवं Telegram पर जुड़ने के लिए लाल रंग पर क्लिक करें)