Edited By Shivam, Updated: 10 Aug, 2019 03:15 PM
प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस व सरकार भरसक प्रयास कर रही है कि कोई बहन या बेटी वहशियों के चंगुल में न फंसे। दुर्भाग्यवश कोई महिला यदि खुलेआम जा रही हो और वह बदमाशों के चंगुल में फंस जाए तो वह एक बार वह बच सकती है, लेकिन वहीं अगर कोई...
गुरुग्राम (सतीश): प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस व सरकार भरसक प्रयास कर रही है कि कोई बहन या बेटी वहशियों के चंगुल में न फंसे। दुर्भाग्यवश कोई महिला यदि खुलेआम जा रही हो और वह बदमाशों के चंगुल में फंस जाए तो वह एक बार वह बच सकती है, लेकिन वहीं अगर कोई महिला जो घर से बाहर निकल कर कुछ हासिल करने लिए बाहरी लोगों पर विश्वास करती है और वही लोग उसको अपना शिकार बना लें तो ऐसे में इसका जिम्मेदार कौन होगा?
दरअसल, सायबर सिटी गुरुग्राम में ठीक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां एक नर्स का गैंगरेप किया गया। गैंगरेप की वारदात को अंजाम किसी बाहरी बदमाशों या अराजकतत्वों ने नहीं बल्कि उसके साथ काम करने वाले साथियों ने ही दिया। पीड़िता के आरोपों के मुताबिक, गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में, जहां वह नर्स की नौकरी कर रही है। इसी अस्पताल में पीड़ित नर्स साथ काम करने वाले एक डॉक्टर ने उसे अच्छे अस्पताल में नौकरी दिलवाने के लालच देकर उसे किसी अन्य जगह पर बुलाया और अपने दोस्त के साथ गैंग रेप किया।
वहीं पुलिस ने पीड़िता के बयान पर मामला दर्ज कर लिया और आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है, लेकिन आरोपी डॉक्टर का दोस्त अभी भी फरार चल रहा है।