Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 06 Dec, 2025 07:10 PM

जेब खर्च के लिए जब माता-पिता ने खर्च देना बंद कर दिया तो चार दोस्तों ने चोरी की गैंग बना ली और होटल व क्लबों के बाहर खड़ी गाड़ियों के टायर चोरी करने लगे। अपराध शाखा सेक्टर-43 की टीम ने मामले में कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को काबू कर लिया है।
गुड़गांव, (ब्यूरो): जेब खर्च के लिए जब माता-पिता ने खर्च देना बंद कर दिया तो चार दोस्तों ने चोरी की गैंग बना ली और होटल व क्लबों के बाहर खड़ी गाड़ियों के टायर चोरी करने लगे। अपराध शाखा सेक्टर-43 की टीम ने मामले में कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को काबू कर लिया है। आरोपियों की पहचान गांव झाड़सा निवासी ऋषिकेश, झज्जर निवासी अर्जुन, पलवल निवासी पीयूष राणा व मुंगेर बिहार निवासी तुषार कुमार के रूप में हुई है। चारों बचपन के दोस्त हैं और क्लब में पार्टी करने के शौकीन हैं और अपने इस शौक को पूरा करने के लिए पिछले करीब तीन महीने से इस तरह की वारदातों को अंजाम देने लगे हैं। आरोपियों ने अब तक 14 वारदातों को अंजाम देना स्वीकार किया है।
गुरुग्राम की ताजा खबरों के लिए लिंक https://www.facebook.com/KesariGurugram पर टच करें।
पुलिस के मुताबिक, आरोपियों से प्रारंभिक तौर की जांच में सामने आया कि आरोपी ऋषिकेश CA का छात्र है जबकि अर्जुन बाबा मस्तनाथ यूनिवर्सिटी से BA(LLB) की पढ़ाई कर रहा है। वहीं, आरोपी पीयूष राणा गुरुग्राम यूनिवर्सिटी में B.Com का छात्र है जबकि आरोपी तुषार कुमार द्रोणाचार्य कॉलेज में B.Com का छात्र है। सीआईए प्रभारी इंस्पेक्टर नरेंद्र शर्मा ने बताया कि आरोपियों से जांच के दौरान यह भी सामने आया है कि यह चारों बचपन के दोस्त हैं और अतुल मेमोरियल स्कूल में साथ पढ़े हैं। सभी को पार्टी और क्लब जाने का शौक है। घर से जेबखर्च न मिलने पर इन्होंने यह चोरी करना शुरू कर दिया।
ये रात के समय उपरोक्त आरोपी अर्जुन की मारुति फ्रॉनक्स कार में सवार होकर आते और सैक्टरों और होटलों के बाहर खड़ी गाड़ियों की रैकी करते, फिर मौका पाकर जैक व अन्य उपकरणों की मदद से गाड़ी के टायर व रिम निकालकर गाड़ी को ईंटों पर खड़ा कर लेते तथा टायर-रिम को अपनी कार में रखकर ले जाते। पिछले 2-3 महीनों से ये उपरोक्त प्रकार की चोरियों को अंजाम देने में सक्रिय थे। आरोपियों को आज अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया है। रिमांड के दौरान पता लगाया जाएगा कि आखिर इन्होंने चोरी के टायर व रिम कहां बेचे हैं और इनके साथ और कितने लोग मिले हुए हैं। मामले की जांच जारी है।