Edited By Manisha rana, Updated: 17 Jul, 2022 06:30 PM

सावन के महीने में घेवर व अन्य मिठाइयों की डिमांड बढ़ जाती है ऐसे में सोनीपत में खाद्य सेफ्टी विभाग अलर्ट मोड पर नजर आ रहा है ...
खरखौदा (राम सिंहमार) : सावन के महीने में घेवर व अन्य मिठाइयों की डिमांड बढ़ जाती है ऐसे में सोनीपत में खाद्य सेफ्टी विभाग अलर्ट मोड पर नजर आ रहा है जहां जिले के अलग-अलग खंड में पहुंचकर लगातार सैंपल प्रक्रिया अमल में ला रहा है।
खाद्य सेफ्टी विभाग द्वारा खरखौदा क्षेत्र की राजू डेयरी की दुकान पर कई आइटम के सैंपल लिए गए हैं, जिन्हें जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा। जैसे ही खाद्य सेफ्टी विभाग के पहुंचने की खबर अन्य डेयरी संचालकों को लगी तो वह अपने डेयरी व दुकानें बंद करके फरार हो गए। इस कार्रवाई के बाद उन्होंने कई जगह का दौरा किया व दुकानदारों के लाईसेंसों की भी जांच की।
अधिकारी विरेंद्र सिंह ने दुकानदारों से अपील की है कि वह अपने लाईसेंस बनवा लें। बिना लाईसेंस के दुकानों को चलाने वालों के खिलाफ एफआईआर भी करवाई जा सकती है। उन्होंने मिष्ठान भंडारों सहित तेल व घी का प्रयोग करने वालों को स्पष्ट हिदायतें दी है कि कढ़ाई में जिस तेल में समोसे, ब्रेड या भूटेरे सहित कोई भी व्यंजन तला जाता है तो 4 या 5 बार तलने के बाद उस तेल को हर हाल में बदलना चाहिए। तेल को काला कभी ना होने दें। उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि जिस दुकानदार की कढ़ाई में उनका काला तेल दिखाई दें उसमें तले से व्यंजन ना खाऐं। इससे बीमारी फैल सकती है। ऐसे दुकानदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जा सकती है।
बताया जा रहा है कि पिछले साल खाद्य सेफ्टी विभाग की तरफ से खरखौदा सब्जी मंडी सहित कई डेयरियों में पनीर व दूध से बने प्रोडक्टों के सैंपल लिए गए थे, जिनमें से कई सैंपल फैल आए थे। ऐसे डेयरी वालों के खिलाफ केस चला हुआ है और उन पर जुर्माना या सजा भी हो सकती है। इसलिए दुकानदार मानकों पर खरी उतरने वाली खाद्य सामग्री ही बेचे।
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