जींद और गोहाना में 7 दिन की हड़ताल पर खाद-बीज डीलर, जानिए क्यों कर हैं विरोध

Edited By Yakeen Kumar, Updated: 07 Apr, 2025 03:20 PM

fertilizer and seed dealers on 7 day strike in jind and gohana

जींद और गोहाना में नए सीड्स एवं पेस्टीसाइड एक्ट के विरोध में पेस्टीसाइड्स, खाद-बीज निर्माता व डीलर एक सप्ताह की हड़ताल पर चले गए हैं। अगर एक सप्ताह तक डीलर हड़ताल पर रहते हैं

जींद/ गोहाना : जींद और गोहाना में नए सीड्स एवं पेस्टीसाइड एक्ट के विरोध में पेस्टीसाइड्स, खाद-बीज निर्माता व डीलर एक सप्ताह की हड़ताल पर चले गए हैं। अगर एक सप्ताह तक डीलर हड़ताल पर रहते हैं, तो इसका सीधा असर कपास के साथ-साथ ज्वार की बिजाई पर पड़ेगा। अगर किसानों को बीज नहीं मिलेगा, तो उनकी दिक्कत बढ़ेगी। जींद जिले में तकरीबन 1500 डीलर हैं। 

सीड्स पेस्टीसाइड डीलर्स एसोसिएशन के प्रधान पवन गर्ग ने बताया कि प्रदेश सरकार ने अधिनियमों में संशोधन कर पेनल्टी और जेल के जो प्रावधान शामिल किए हैं, वो व्यापारियों के साथ-साथ किसानों के हित में भी नहीं हैं।  

विक्रेताओं और उत्पादकों की आपत्ति सुने बिना पास किया एक्ट- गर्ग

गर्ग ने कहा कि नए एक्ट में अर्थदंड एवं कारावास के प्रावधान कड़े किए गए हैं। इन कानूनों को बीज उत्पादक, विक्रेता व कीटनाशी निर्माता और विक्रेताओं की आपत्तियां सुने बिना पास किया गया है। हरियाणा में बीज सभी कानूनों की पालना करके तैयार किया जाता है, जो गुणवत्ता और प्रमाणीकरण में श्रेष्ठ होता है। निर्दोष विक्रेता के लिए गैर-जमानती और संज्ञेय अपराध की श्रेणी व पुलिस हस्तक्षेप चिंता का विषय है। जो गलत काम करते हैं, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन निर्दोष को सजा मिले, यह सही नहीं है। इसलिए प्रदेश सरकार से नए एक्ट को पूरी तरह से खत्म करने की मांग की है। इस मांग को लेकर 4 अप्रैल को विधानसभा डिप्टी स्पीकर डॉक्टर कृष्ण लाल मिड्ढा को ज्ञापन सौंपा था।  

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जिले में कपास का रकबा घटना बना चिंता का विषय

जींद जिले में 65 से 70 हजार हेक्टेयर में कपास की खेती होती थी। लेकिन गुलाबी सुंडी के प्रकोप की वजह से पिछले 2-3 साल से कपास का रकबा काफी घट गया है। पिछले साल करीब 27 हजार हेक्टेयर में ही कपास की फसल थी। कृषि विभाग जिले में कपास का रकबा बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। कपास की बिजाई का सीजन शुरू हो चुका है और 15 मई तक बिजाई का उचित समय माना जाता है। अगर मार्केट में किसानों को कपास का बीज नहीं मिलेगा, तो इसका असर बिजाई पर पड़ेगा, जिससे कपास का रकबा बढ़ाने में कृषि विभाग के प्रयासों को झटका लग सकता है।  

गोहाना में कानून वापस लेने की कर रहे मांग

गोहाना में खाद बीज विक्रेता के दुकानदारों ने बताया हरियाणा सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र में खाद बीज और दवाइयों पर नकली मिलने पर नया कानून 2025 बीज और कीटनाशक पास किया गया। जिसमें नकली बेचने पर तीन साल की सजा और जुर्माने का प्रावधान किया गया है। इस कानून को लेकर अब इसके विरोध में बीज खाद,कीटनाशक दवाओं के विक्रेता दुकानदारों में रोष देखने को मिल रहा है।

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गोहाना की द गोहाना फर्टिलाइजर एंड पर्सिटिसाइड एसोसिएशन ने विरोध जताते हुए कहा आज से इस कानून के विरोध में पुरे हरियाणा के खाद बीज विक्रेता सात दिनों के लिए हड़ताल पर चले गए हैं। दी गोहाना फर्टिलाइजर एंड पर्सिटिसाइड एसोसिएशन ने इस कानून को वापिस लेने की मांग उठाई है।

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