Edited By Mohammad Kumail, Updated: 08 May, 2023 10:07 AM

सोनीपत से किसान नेता अभिमन्यु जाखड़ के नेतृत्व में बड़ी संख्या में किसान ट्रेनों व बसों में दिल्ली की तरफ रवाना हुए। किसान नेता बताया निजी वाहनों से जाने पर पुलिस परेशान करती है। इसलिए हम पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग कर रहे हैं।
सोनीपत (सन्नी मलिक) : दिल्ली के जंतर-मंतर पर देश के नामचीन पहलवान लगभग 2 सप्ताह से धरने पर बैठे हैं। राजनीतिक दलों और समाजिक संगठनों के बाद किसान और अन्य संगठन भी धरने के समर्थन में आ रहे हैं। किसान संगठनों की तरफ से लगातार अलग-अलग तरह की रणनीति बनाकर पहलवानों को समर्थन दिया जा रहा है। रविवार को भी दिल्ली के जंतर मंतर पर एक महापंचायत का आयोजन किया गया, तो सोमवार को फिर संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक के बैनर तले एक किसान महापंचायत का जंतर मंतर पर आयोजन किया जा रहा है। लेकिन दिल्ली पुलिस किसानों को दिल्ली की सीमाओं पर रोक रही है। जिसके कारण अब किसान दिल्ली पहुंचने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का सहारा ले रहे हैं।
सोनीपत के रेलवे स्टेशन पर हाथों में किसान यूनियन के झंडे लेकर खड़े नौजवान और बुजुर्ग किसान दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों के समर्थन में आयोजित किसान महापंचायत में जा रहे हैं। यह जत्था पहले सोनीपत से निजी गाड़ियों में सवार होकर दिल्ली के लिए रवाना हुआ था, लेकिन दिल्ली पुलिस ने इन्हें हिरासत में लेकर बवाना थाने ले गई। लेकिन अब किसानों ने दिल्ली पुलिस के बैरिकेडिंग को तोड़ने का एक नया तरीका ढूढ़ लिया है। अब किसान अपनी गाड़ियों के माध्यम से तो दिल्ली नहीं जा रहे हैं, बल्कि बसों और ट्रेनों में सवार होकर दिल्ली के जंतर मंतर पर पहुंच रहे हैं।
सोनीपत से सोमवार को ट्रेन के माध्यम से दिल्ली कूच कर रहे किसानों का नेतृत्व कर रहे युवा किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक के बैनर तले आज फिर दिल्ली के जंतर मंतर पर हम पहलवानों को समर्थन देने पहुंच रहे हैं। लेकिन अबकी बार हम गाड़ियों से नहीं जा रहे क्योंकि दिल्ली पुलिस गाड़ियों को जंतर मंतर तक पहुंचने नहीं देती और किसानों को तंग किया जाता है। जिसके बाद हमने ट्रेन और बसों के माध्यम से दिल्ली कूच करने का फैसला लिया है। वहीं उन्होंने कहा कि आज पंजाब हरियाणा और अन्य प्रदेशों के किसान दिल्ली के जंतर मंतर पर पहुंच रहे हैं और हम लगातार पहलवानों के समर्थन में कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। हालांकि हम पहले भी है कह चुके हैं कि नेतृत्व पहलवानों का रहेगा हम केवल उनके साथ बैठकर रणनीति बनाएंगे, उन्होंने कहा कि जब तक बृजभूषण शरण की गिरफ्तारी नहीं होगी तब तक पहलवानों के इस धरने को हमारा समर्थन लगातार जारी रहेगा।
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