Edited By Nitish Jamwal, Updated: 10 Jun, 2024 07:23 PM
हरियाणा में संचालित सभी फारेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) को जल्द ही नया स्टाफ मिलेगा। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से 53 वरिष्ठ वैज्ञानिक सहायक तथा वैज्ञानिक सहायक के पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया अंतिम चरण में है
चंडीगढ़ (चंद्र शेखर धरणी): हरियाणा में संचालित सभी फारेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) को जल्द ही नया स्टाफ मिलेगा। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से 53 वरिष्ठ वैज्ञानिक सहायक तथा वैज्ञानिक सहायक के पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इसके अलावा हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से 135 वरिष्ठ वैज्ञानिक सहायक, वैज्ञानिक सहायक तथा प्रयोगशाला सहायक की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। इनमें से 14 कर्मचारियों ने ज्वाइन कर लिया है, जबकि अन्य पदों के लिए डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का कार्य किया जा रहा है।
इसी तरह हरियाणा पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन के माध्यम से 23 वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारियों की चयन परीक्षा जून में आयोजित की जाएगी। साइबर फारेंसिक यूनिट के लिए 155 पद और सृजित किए गए हैं। सरकार द्वारा प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है और जल्द ही इन पदों पर भर्ती की जाएगी। वर्तमान में प्रदेश में पांच एफएसएल लैब हैं, जहां नमूनों की जांच करते हुए रिपोर्ट तैयार की जाती है। नमूनों की जांच में तेजी लाने के लिए स्टाफ की दो शिफ्टों में भी ड्यूटी लगाने की तैयारी है।
पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने शुक्रवार को समीक्षा बैठक में एफएसएल अधिकारियों को अलग-अलग पैरामीटर के अनुसार कार्य करने के निर्देश दिए हैं। एफएसएल में आने वाले नमूने की जांच में कम समय लगे, इसके लिए अतिरिक्त मैनपावर तथा अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे विशेषज्ञों की काम को लेकर आउटपुट बढ़ेगी। वर्तमान में मोबाइल फारेंसिक साइंस यूनिट की 23 टीमें अलग-अलग जिले में कार्यरत हैं जो घटनास्थल पर जाकर नमूने एकत्रित करती हैं। नए कानून के अनुसार सात साल से अधिक सजा वाले मामलों में घटनास्थल पर सीन आफ क्राइम टीम का विजिट करना अनिवार्य है।
मादक पदार्थों के निस्तारण के लिए एमओयू
एनडीपीएस एक्ट के तहत बरामद किए जाने वाले मादक पदार्थों के निस्तारण के लिए नेशनल फारेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (एनएफएसयू) अहमदाबाद तथा हरियाणा सरकार के बीच समझौता किया गया है। इससे एनडीपीएस संबंधी मामलों का निस्तारण पहले की अपेक्षा जल्दी हो सकेगा। डीएनए संबंधी मामलों का जल्द निपटारा करने के लिए सेंटर फार डीएनए फिंगरप्रिंटिंग एंड डायग्नोस्टिक्स (सीडीएफडी) के साथ समझौता किया जा रहा है।