Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 31 Mar, 2025 09:23 PM

घर, जमीन, पानी की बढ़ी दरों के साथ अब उपभोक्ताओं को एक और झटका बिजली का लगने वाला है। बताया जा रहा है कि यानी 1 अप्रैल से प्रदेश में बिजली महंगी हो सकती है।
गुड़गांव, (ब्यूरो): घर, जमीन, पानी की बढ़ी दरों के साथ अब उपभोक्ताओं को एक और झटका बिजली का लगने वाला है। बताया जा रहा है कि यानी 1 अप्रैल से प्रदेश में बिजली महंगी हो सकती है। इसकी वजह प्रदेश की उत्तर व दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम का 4,520 करोड़ रुपए के घाटा बताया जा रहा है। इसी घाटे के चलते हरियाणा बिजली विनियामक आयोग ने नए वित्तीय वर्ष में बिजली की दरों में बढ़ोतरी की अनुमति मांगी है।
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सूत्रों के मुताबिक सरकार भी बिजली निगमों को बिजली टैरिफ में बढ़ोतरी की अनुमति दे सकती है। बता दें कि हरियाणा में बिजली की दरें एक अप्रैल से लागू होती हैं। दो साल से बिजली की दरों में बढ़ोतरी नहीं की गई है। अंतिम बार वर्ष 2022-23 में 150 यूनिट तक के लिए 25 पैसे प्रति यूनिट बढ़ाए गए थे। वर्तमान में दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम में 12.37 प्रतिशत व उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम का में 9.14 प्रतिशत लाइन लाॅस है।
200 यूनिट पर ज्यादा भुगतान बताया जा रहा है कि सरकार ने एफएसए को साल- 2026 तक पहले ही बढ़ा दिया है। इससे बिजली उपभोक्ताओं को प्रति यूनिट बिजली बिल के हिसाब से 47 पैसे ज्यादा एफएसए देना होगा। जबकि 200 यूनिट से ज्यादा बिजली की खपत पर 94.47 रुपए ज्यादा का भुगतान करना होगा। इस फैसले का कारण बिजली निगमों पर बढ़ रहे डिफाल्टिंग अमाउंट को बताया जा रहा है।
मध्यम वर्ग पर दोहरी मार
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) के एक विश्वसनीय अधिकारी ने बताया विभागीय घाटे की भरपाई विभाग उपभोक्ताओं से पूरा करेगा। जल्द ही इसकी घोषणा सार्वजनिक रूप से कर दी जाएगी। बता दें कि जल्द ही एक बार फिर से उपभोक्ताओं पर बिजली की मार पडले वाली है। बताया जा रहा बिजल बढ़ोत्तरी को लेकर उपभोक्ताओं में गहरा रोष है।