सांसद अशोक मित्तल ने लवली प्रोफेसनल यूनिवर्सिटी कैंपस में अमेरिकी सॉफ्ट ड्रिंक्स पर लगाया बैन, स्वदेशी 2.0 के लिए समर्थन की अपील की

Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 03 Sep, 2025 08:09 PM

mp ashok mittal banned american soft drinks in lovely professional university

ट्रंप के टैरिफ के जवाब में डॉ. अशोक मित्तल की स्वदेशी 2.0 की जोरदार अपील का देशभर में हुआ स्वागत*

गुड़गांव ब्यूरो : आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और लवली प्रोफेसनल यूनिवर्सिटी के फाउंडर,चांसलर डॉ. अशोक कुमार मित्तल ने LPU कैंपस में सभी अमेरिकी सॉफ्ट ड्रिंक्स की बिक्री पर रोक लगा दी है। उन्होंने यह कदम उठाकर "स्वदेशी 2.0" अभियान की शुरुआत की है और सभी भारतीयों से अपील की है कि वे अमेरिकी प्रोडक्ट्स का बहिष्कार करें और इस आंदोलन का हिस्सा बनें। यह अभियान डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर थोपे गए टैरिफ का जवाब है।

 

यह कदम अमेरिका के उस 'अनुचित' फैसले के जवाब में उठाया गया है, जिसमें ट्रंप ने भारतीय सामान पर टैरिफ दोगुना कर दिया है। इससे कुल टैरिफ बढ़ोत्तरी 50% हो गई है। यह टैरिफ दुनिया के किसी भी देश पर अमेरिका द्वारा लगाए गए सबसे ज्यादा टैरिफ में से एक है। नई दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में मीडिया से बात करते हुए डॉ. मित्तल ने ट्रंप प्रशासन की "दोहरी नीति और दबाव बनाने की राजनीति" की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा, “अमेरिका और उसके यूरोपीय साथी आज भी रूस से तेल खरीद रहे हैं, लेकिन भारत को केवल इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि वह अपने राष्ट्रीय हितों को प्राथमिकता दे रहा है। LPU 40,000 छात्रों वाली भारत की सबसे बड़ी प्राइवेट यूनिवर्सिटी है। अब LPU ने अमेरिकी कंपनियों के उत्पादों का बायकॉट लागू कर दिया है। मुझे गर्व है कि इस आंदोलन को देशभर से जबरदस्त समर्थन मिल रहा है!”

 

डॉ. मित्तल ने "स्वदेशी 2.0" का आह्वान किया है और सभी भारतीयों से अमेरिकी प्रोडक्ट्स का बहिष्कार करने की अपील की है। उन्होंने कहा, “LPU में अमेरिकी सॉफ्ट ड्रिंक्स पर बैन लगाकर हम दुनिया को यह स्पष्ट संदेश देना चाहते हैं कि भारत किसी भी अनुचित आदेश के आगे नहीं झुकेगा।” आप सांसद डॉ मित्तल ने यह बात राजघाट (महात्मा गांधी जी की समाधि) पर पुष्प अर्पित कर आशीर्वाद लेने के बाद बैन की घोषणा करते समय कही। राजघाट से बोलते हुए डॉ. मित्तल ने कहा, “1905 में स्वदेशी आंदोलन ने ब्रिटिश कपड़ों और सामान का बहिष्कार करके आयात को काफी हद तक कम कर दिया था। अगर हमारे पूर्वज यह काम गुलामी के समय कर सकते थे, तो हम आज क्यों नहीं कर सकते? मुझे लगता है कि अमेरिका ने भारत की ताकत और संकल्प को कम आंका है। अब समय आ गया है कि हम उन्हें अपनी असली ताक़त और संकल्प दिखाएँ।

 

गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर डॉ. मित्तल ने 1905 के स्वदेशी आंदोलन के नायकों जैसे बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपत राय, बिपिन चंद्र पाल, अरविंदो घोष और अन्य लोगों को याद किया। उन्होंने कहा कि सौ साल से भी पहले तिलक जी ने गणेश उत्सव को सांस्कृतिक एकता और जनआंदोलन का मंच बना दिया था ताकि ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ लड़ाई लड़ी जा सके। उन्होंने कहा, “मेरे लिए यह सौभाग्य की बात है कि आज गणेश चतुर्थी के दिन मैं स्वदेशी 2.0 की शुरुआत कर रहा हूँ। डॉ. मित्तल ने बताया कि यह बायकॉट कैसे एक मजबूत आर्थिक हथियार बन सकता है। उन्होंने कहा, “अगर यह प्रतीकात्मक कदम देशव्यापी आंदोलन में बदल जाता है, तो यह अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर बड़ा नकारात्मक असर डाल सकता है। अपने गृह राज्य पंजाब की बात करते हुए डॉ. अशोक मित्तल ने कहा कि अमेरिकी टैरिफ उन सेक्टर्स को सीधे प्रभावित कर रहे हैं, जिनमें पंजाब दुनिया भर में आगे है। पंजाब अमेरिका को कई प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट करता है, जैसे हैंड टूल्स, टेक्सटाइल और गारमेंट्स, खेलों का सामान, ट्रैक्टर और कृषि उत्पाद आदि।

 

डॉ. मित्तल ने कहा कि यह कदम सिर्फ एक यूनिवर्सिटी, एक बायकॉट या एक अमेरिकी ब्रांड तक सीमित नहीं है। यह पूरे देश का संदेश है कि भारत दबाव के आगे नहीं झुकेगा और आर्थिक स्वतंत्रता की ओर बढ़ेगा। उन्होंने कहा, “यह भारत की आर्थिक गरिमा की रक्षा का सवाल है। वैश्विक ताकतें हमें झुकाने की कोशिश कर सकती हैं, लेकिन हम नहीं झुकेंगे। स्वदेशी 2.0 सिर्फ विरोध नहीं है बल्कि यह भारत के लिए आत्मनिर्भरता होने का अवसर भी है। अमेरिका जब भारत पर ज्यादा टैरिफ लगाकर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है, तो डॉ. मित्तल जैसी आवाज़ें राष्ट्रीय हित की रक्षा के मजबूत संकल्प को दर्शाती हैं। एक राष्ट्रवादी और सच्चे देशभक्त के रूप में डॉ. मित्तल ने हमेशा भारत को सबसे पहले रखा है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली भूमिका को उजागर करने के लिए डॉ. मित्तल रूस, स्लोवेनिया, लातविया, स्पेन और ग्रीस जाने वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के एक महत्वपूर्ण सदस्य थे।

 

डॉ मित्तल के नेतृत्व में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी ने तुर्किये और अज़रबैजान की संस्थाओं के साथ सभी MoU खत्म कर दिए, क्योंकि इन दोनों देशों ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान का समर्थन किया था। मई 2025 में डॉ. मित्तल ने ‘जय जवान स्कॉलरशिप’ की घोषणा भी की। इस स्कॉलरशिप के तहत करीब 22 लाख सशस्त्र बलों (आर्मी) और अर्धसैनिक बलों (पैरामिलिट्री) के जवानों को LPU ऑनलाइन प्रोग्राम्स में दाखिला लेने पर 100% ट्यूशन फीस माफ की जाएगी। यह स्कॉलरशिप हमारे जवानों की सेवाओं के प्रति आभार जताने का प्रतीक है। स्वदेशी 2.0 के आह्वान के साथ डॉ. मित्तल आर्थिक अन्याय के खिलाफ और भारत की गरिमा की रक्षा में दुनिया के मंच पर सबसे मजबूत आवाज़ों में से एक बन गए हैं। इससे पहले डॉ मित्तल ने ट्रंप को एक ओपन लेटर भी लिखा था। उन्होंने यह ओपन लेटर 7 अगस्त 2025 को तब लिखा था, जब ट्रंप प्रशासन ने 6 अगस्त 2025 को अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की थी।

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