Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 25 May, 2023 10:35 PM

जिले में लगातार गिर रहे भूजल स्तर को रोकने के लिए वार्ड-29 के भावी पार्षद एवं अंसल एसेंसिया सोसाइटी के प्रधान धर्मेंद्र तंवर ने चिंता जाहिर की है। जल संरक्षण को लेकर उन्होंने सोसाइटी के निवासियों को शपथ दिलाई है। वीरवार को सोसाइटी के प्रमुख लोगों ने...
गुड़गांव, (ब्यूरो): जिले में लगातार गिर रहे भूजल स्तर को रोकने के लिए वार्ड-29 के भावी पार्षद एवं अंसल एसेंसिया सोसाइटी के प्रधान धर्मेंद्र तंवर ने चिंता जाहिर की है। जल संरक्षण को लेकर उन्होंने सोसाइटी के निवासियों को शपथ दिलाई है। वीरवार को सोसाइटी के प्रमुख लोगों ने जल संरक्षण करने व दूसरों से भी कराए जाने की शपथ ली है।
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धर्मेंद्र तंवर ने बताया कि सेक्टर-67 का क्षेत्र ढलान का एरिया है। मानसून के दौरान होने वाली बरसात का पानी पहाड़ो से बहकर गांव रामगढ़, बादशाहपुर सहित आसपास के एरिया में एकत्र हो जाता था। जिस स्थान पर आज अंसल एसेंसिया, अंसल वर्सालिया सोसाइटी हैं वह स्थान सबसे निचला स्थान होता था और यहां करीब दस एकड़ भूमि लंबे समय तक जलमग्न रहती थी। सोसाइटियां विकसित होने के बाद यहां अक्सर जलभराव की समस्या आती है। बिल्डर ने भी सोसाइटी विकसित करने के दौरान भले ही जल संरक्षण के बड़े-बड़े दावे किए, लेकिन बिल्डर ने भी जल संरक्षण के लिए कोई कदम नहीं उठाया। सोसाइटी में एक भी रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं बनाया। नतीजा यह रहा कि हर बरसात के मौसम में लोगों को परेशान होना पड़ता है। बरसात के दौरान लोग अपने घर में कैद होकर रह जाते हैं। इसके अलावा बरसात के पानी को निकलवाने के लिए भी लोगों को परेशान होना पड़ता है।
धर्मेंद्र तंवर ने कहा कि बिल्डर ने इस क्षेत्र में 10 पार्क तो विकसित कर दिए। अगर इन पार्कों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बना दिया जाए तो पूरे क्षेत्र को जलभराव से बचाने के साथ ही यहां भूजल को रीचार्ज किए जाने में मदद मिल सकती है। आज हालात यह हैं कि गुड़गांव में भूजल स्तर 100 फीट तक पहुंच गया है। यदि बरसात के पानी का संचय किया जाए तो इस गिरते भूजल स्तर को रोका जा सकता है।