Edited By Manisha rana, Updated: 01 Mar, 2025 08:36 AM
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शुक्रवार की देर शाम रेवाड़ी में हुई भारी बरसात व ओलावृष्टि ने किसानों की पकी-पकाई फसल को नष्ट कर दिया है।
रेवाड़ी (महेंद्र भारती) : शुक्रवार की देर शाम रेवाड़ी में हुई भारी बरसात व ओलावृष्टि ने किसानों की पकी-पकाई फसल को नष्ट कर दिया है। 5 मिनट की ओलावृष्टि व तेज हवा ने सरसों व गेहूं की फसल बिछा दी है। ऐसे में किसान पक्की-पकाई फसल को बचाने के लिए चाह कर भी कुछ नहीं कर सकता, क्योंकि उनकी फसल खुले आसमान के नीचे खेतों में खड़ी हुई है। ओलावृष्टि व बरसात ने एक बार फिर किसानों के अरमान धो डाले।
जानकारी के अनुसार पिछले चार-पांच दिनों से मौसम खराब चल रहा है। जिसे देखते हुए कुछ किसानों ने आनन-फानन में सरसों की फसल की कटाई भी शुरू कर दी है। लेकिन जिले में मात्र 5 से 10 प्रतिशत किसानों ने ही सरसों की कटाई की है। बाकी सरसों की फसल अभी खेतों में ही पक्की पकाई खड़ी है। वहीं गेहूं की फसल अभी कच्ची है। शुक्रवार की देर शाम 7:30 बजे जिला में बरसात होनी शुरू हो गई। खोल क्षेत्र में ओलावृष्टि भी हुई। बेशक 5 मिनट तक ओले गिरे हैं, लेकिन ये ओले फसलों को खराब व किसानोंं का बर्बाद करने के लिए बहुत हैं।
किसानों पर टूटा कुदरत का कहर
वहीं किसानों का कहना है कि हर बार फसल पकने के दिनों में मौसम खराब हो जाता है और ओलावृष्टि उनकी फसलों को बर्बाद कर देती है। किसानों को पिछली क्षतिग्रस्त फसलों का ही मुआवजा प्राप्त नहीं हुआ है कि फिर से उनकी फसल खराब हो गई है। उन्होंने कर्ज लेकर खेतों में बिजाई की थी। सोचा था फसल बेचकर कर्ज उतार देंगे, लेकिन फिर उन पर कुदरत का कहर टूट पड़ा है। ऐसे में वे चाह कर भी अपनी फसलों को नहीं बचा सकते।
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