Edited By Vivek Rai, Updated: 10 Apr, 2022 07:48 PM
कोरोना का खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है लेकिन उससे पहले ही ठेके पर रखे गए कर्मचारियों को निकाल दिया गया है। जिससे अब लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि कोरोना के टेस्ट के लिए लोगों को सुविधा नहीं मिल रही है।
पानीपत(सचिन):कोरोना का खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है लेकिन उससे पहले ही ठेके पर रखे गए कर्मचारियों को निकाल दिया गया है। जिससे अब लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि कोरोना के टेस्ट के लिए लोगों को सुविधा नहीं मिल रही।
इस मामले को लेकर कर्मचारियों का कहना है कि उनको काम पर ना आने के आदेश सीएमओ द्वारा दिए गए हैं। कर्मचारियों ने कहा कि हमने सरकार द्वारा दिए गए प्रत्येक कार्य को सुचारु रुप से किया। जनता की सेवा में अपने परिवार का बच्चों की परवाह किए बिना ही अपना कार्य पूरी लग्न से किया और यह कार्य करते हुए हमारे कुछ साथी कोरोना से पीड़ित भी हुए।
सभी लोग एनएचएम के तहत कार्य कर रहे थे और आज तक हमें एनएचएम के कोविड-19 बजट से वेतन मिलता था लेकिन हमारी सेवाएं बंद कर दी गई। जिसको लेकर हमने करनाल लोकसभा के संसद संजय भाटिया व ग्रामीण विधायक के साथ-साथ शहरी विधायक जिला उपायुक्त व पानीपत की मेयर के सामने भी अपनी समस्याएं रखी, लेकिन समाधान नहीं हो पाया। अब कर्मचारी 11 अप्रैल को जिला उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नाम सौंपेंगे ज्ञापन।
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