Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 08 Aug, 2024 08:11 PM
नूंह जिले के मोहम्मदपुर गांव में ग्रामीणों ने राजकीय प्राथमिक स्कूल बंद कर दिया तब वहां पढ़ रहे 175 छात्रों पर काफी समय से एक भी नियमित शिक्षक शिक्षा विभाग ने नियुक्त नहीं किया। सरपंच सहित गांव के जिम्मेदार लोगों द्वारा बार बार मांग के बावजूद जिला...
नूंह, (ब्यूरो): नूंह जिले के मोहम्मदपुर गांव में ग्रामीणों ने राजकीय प्राथमिक स्कूल बंद कर दिया तब वहां पढ़ रहे 175 छात्रों पर काफी समय से एक भी नियमित शिक्षक शिक्षा विभाग ने नियुक्त नहीं किया। सरपंच सहित गांव के जिम्मेदार लोगों द्वारा बार बार मांग के बावजूद जिला शिक्षा विभाग शिक्षक मुहैया कराने में कामयाब नहीं हुआ तो स्थानीय विधायक व कांग्रेस विधायक दल के उप नेता आफताब अहमद गुरुवार को स्कूल पहुंचे जहां उन्होंने छात्रों और अभिभावकों से बातचीत की। इस दौरान स्थानीय लोगों के अलावा पीसीसी सदस्य महताब अहमद भी उनके साथ मौजूद थे।
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बता दें कि इस स्कूल में चार नियमित शिक्षकों के पद मंज़ूर हैं बीते कई सालों से एक भी स्थाई शिक्षक नियुक्त नहीं किया हुआ, एक गेस्ट शिक्षक जनवरी में सेवानिवृत होने के बाद अब एक भी नियमित शिक्षक नहीं है। विधायक आफताब अहमद ने कहा कि पूरे स्कूल में सैंकड़ों छात्रों पर एक भी नियमित शिक्षक नियुक्त नहीं करना बीजेपी सरकार की मेवात की शिक्षा के प्रति नीति और नीयत को दर्शाता है। 50 फीसदी से अधिक शिक्षकों के पद मेवात के स्कूलों में खाली पड़े हैं, 10 साल से राज कर रही बीजेपी सरकार की विफलता शर्मनाक है। एक तरफ कांग्रेस सरकार ने मेवात को ऐतिहासिक शिक्षा का केडर दिया था तो बीजेपी ने मेवात केडर में लगे लोगों को भी जिले से बाहर भेजने का गैर कानूनी कार्य किया है। उन्होंने कहा कि मेवात की तालीम को प्रभावित करने के लिए ये सोची समझी सरकारी साजिश है। इसके खिलाफ वो हर संघर्ष कर रहे हैं और यहां की तालीम को बर्बाद नहीं होने देंगे।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि जिले में कई जिला शिक्षा अधिकारियों का भ्रष्टाचार में जेल जाना इस बात का सबूत है कि यहां इस सरकार में शिक्षा का प्रचार प्रसार नहीं बल्कि भ्रष्टाचार का बोलबाला रहा है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन से लेकर चंडीगढ़ प्रशासन, विधानसभा से लेकर मुख्यमंत्री तक शिक्षा के सुधार के लिए उन्होंने अपनी आवाज बुलंद रखी है जिस कारण थोड़ी बहुत शिक्षा व्यवस्था बची हुई है अन्यथा इस सरकार ने सब चौपट करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
कांग्रेस विधायक दल के उप नेता आफताब अहमद ने कहा कि मेवात मॉडल स्कूल कुछ हद तक अच्छा कार्य कर रहे थे लेकिन उन्हें भी सरकार ने अपने अधीन कर बर्बाद करने का फैसला लिया जिसमें खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी शामिल थे। चिल्लावली स्थित स्कूल कई सालों से बनकर तैयार है विधानसभा में कई बार मांग के बावजूद वहां कक्षाएं नहीं लगाई गई हैं ये साफ साफ भाजपा की बदनीयती को दर्शाता है।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने जा रही है और मेवात की शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे और जो अधिकारी किसी भी कारणवश यहां की तालीम को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं उन पर कारवाई की जाएगी। वहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि विद्यालय में 175 से ज्यादा विद्यार्थियों पर एक भी नियमित शिक्षक नहीं होने से बच्चों को पढ़ाई में समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इसको लेकर अभिभावकों और ग्रामीणों ने कई बार मौखिक रूप से शिक्षा अधिकारी के समक्ष गुहार की, लेकिन आरोप है कि उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ। आक्रोशित ग्रामीणों ने सोमवार को अभिभावकों के साथ स्कूल के मुख्य दरवाजे पर बैठ गए और अपना विरोध प्रदर्शन दर्ज कराया। आज ग्रामीणों ने विधायक को भी लिखित रूप में देकर इस समस्या के समाधान के लिए आह्वान किया है जिसका संज्ञान लेकर विधायक आफताब अहमद खुद छात्रों और अभिभावकों के बीच पहुंचे।