Edited By Isha, Updated: 28 Jul, 2023 01:55 PM

हरियाणा कांग्रेस के नेता कुमारी शैलजा, रणदीप सुरजेवाल और किरण चौधरी ने एक मंच पर आकर प्रापर्टी आई-डी को लेकर खट्टर सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेसी नेताओं ने आरोप लगाया है कि सरकार के इस प्रापर्टी आई डी के फैसले को लेकर 88 शहरों के लोग परेशान हैं।
चंडीगढ़: हरियाणा कांग्रेस के नेता कुमारी शैलजा, रणदीप सुरजेवाल और किरण चौधरी ने एक मंच पर आकर प्रापर्टी आई-डी को लेकर खट्टर सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेसी नेताओं ने आरोप लगाया है कि सरकार के इस प्रापर्टी आई डी के फैसले को लेकर 88 शहरों के लोग परेशान हैं। कांग्रेसी नेताओं ने आरोप लगाया कि प्रदेश के 88 शहरों में 42.70 लाख प्रॉपर्टी का सर्वे किया गया, जिसमें 85 प्रतिशत सर्वे गलत निकला। खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने 7 जुलाई 2023 को यह स्वीकारा कि प्रॉपर्टी आईडी सर्वे में 8 लाख गलतियाँ पकड़ी गईं। खुद स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने 17 दिसंबर, 2022 को यह स्वीकारा कि प्रॉपर्टी आईडी में 15.50 लाख गलतियां मिलीं। इसके विपरीत मुख्यमंत्री ने 7 जुलाई, 2023 को यह कह दिया कि 8 लाख गलतियां मिलीं।
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि एग्रीमेंट के क्लॉज 41.5 में साफ लिखा है कि अगर प्रॉपर्टी आईडी सर्वे में 10 प्रतिशत तक गलतियां पाई गईं, तो ठेकेदार कंपनी को दोगुना जुर्माना लगेगा। अगर प्रॉपर्टी आईडी सर्वे की गलतियां 10 प्रतिशत से 15 प्रतिशत होंगी, तो जुर्माना चार गुना होगा, अगर गलतियां 15 प्रतिशत से 20 प्रतिशत होंगी, तो जुर्माना 8 गुना होगा, और अगर गलतियाँ 20 प्रतिशत से अधिक होंगी, तो टेंडर कैंसल कर दिया जाएगा। प्रॉपर्टी आईडी सर्वे में याशी कंपनी द्वारा 85 प्रतिशत गलतियाँ होने के बावजूद न तो खट्टर सरकार ने टेंडर कैंसल किया, न जुर्माना लगाया, और न ही कंपनी को ब्लैकलिस्ट किया।पूरा हरियाणा गवाह है कि प्रॉपर्टी आईडी सर्वे में 85 प्रतिशत से अधिक गलतियाँ हैं। तो फिर ठेकेदार कंपनी के खिलाफ पैनल्टी या टेंडर खारिज करने व याशी कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने की कार्रवाई क्यों नहीं की गई।